कड़ी मशक्कत और तीन हाथियों की मदद से वन विभाग ने जंगली हाथी का किया रेस्क्यू


स्टोरी हाइलाइट्स

डॉट खाने के बाद भी जंगली हाथी गौतम से भिड़ा

भोपाल। एक युवक की मौत हो जाने के बाद वन विभाग की टीम रविवार को 30 वर्षीय जंगली हाथी का रेस्क्यू करने में सफल रही। हाथी को पकड़ने के लिए अनूपपुर, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और संजय टाइगर रिजर्व के प्रशिक्षित 50 से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों को 20 घंटे से अधिक समय तक मशक्कत करनी पड़ी। इसके अलावा टीम को बांधवगढ़ के सूर्या, लक्ष्मण और गौतम हाथियों की मदद भी लेना पड़ी।

पिछले डेढ़ महीने से अनूपपुर और उमरिया के जंगलों में बसे गांवों में दहशत मचाने वाले जंगली हाथी को वन विभाग की टीम ने रविवार को बांधवगढ़ नेशनल पार्क के तीन हाथियों की मदद से सुबह 6:30 के लगभग ट्रंकलाइज कर रेस्क्यू कर लिया। जंगली हाथी को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम शनिवार की शाम कोई ही जंगली हाथी को चारों तरफ से घेर लिया था। शनिवार की रात में ही उसे ट्रंकलाइज भी किया किंतु वह टीम की गिरफ्त में नहीं आ सका।

बताते हैं कि दवा का असर होने के बावजूद भी वह इतना बलशाली था कि घने जंगल में कहीं छुप कर बैठ गया। सुबह 5:45 फिर से हाथी को पकड़ने ऑपरेशन शुरू हुआ। हालांकि सुबह वन विभाग की टीम को अधिक जद्दोजहद नहीं करना पड़ी, क्योंकि जंगली हाथी अपने बिरादरी के ही सदस्य सूर्या, लक्ष्मण और गौतम हाथी ही खड़ा दिखाई दिया। अवसर का फायदा उठाते हुए टीम में शामिल डॉक्टर को गौतम हाथी की आड़ में छिपकर जंगली हाथी को डॉट करने में सफलता मिल गई।

30 वर्षीय जंगली हाथी की ताकत अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब उसे ट्रक पर चढ़ाया जा रहा था तब वह गौतम हाथी पर हमलावर हो गया। यह बात लग रही कि गौतम हाथी के आदमकद के आगे वह उसका मुकाबला नहीं कर सका। वन विभाग की टीम ने  उसे ट्रक में लेकर कान्हा नेशनल पार्क के लिए रवाना कर दिया।