तिल का तेल तिल से बनाया जाता है जो बहुत फायदेमंद होता है। लौंग हर भारतीय रसोई में मिलती है। दोनों का तेल के साथ प्रयोग करने से कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। जानिए तिल और लौंग के तेल के इस्तेमाल से किन शारीरिक समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
दांत दर्द से राहत
अगर आपको कभी भी दांत में दर्द हो तो तिल और लौंग के तेल का इस्तेमाल करें। तिल के तेल और लौंग में प्राकृतिक गुण होते हैं जो दर्द को अंदर से दूर करते हैं। दर्द होने पर तिल का तेल मुंह में डालकर कुल्ला करें। अगर आप तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो आप लौंग को दांतों में कुछ देर के लिए भी रख सकते हैं।
संक्रमण से दूर रहें
अगर यह त्वचा पर कहीं भी कटी, फटी या छिली हुई हो तो लौंग के तेल में तिल का तेल मिलाकर फटी त्वचा पर लगाएं। इसका उपयोग उन क्षेत्रों पर भी किया जा सकता है जिन्हें काट लिया गया है और सूजन हो गई है। सावधान रहें कि अगर आपको कोई एलर्जी है या बहुत संवेदनशील त्वचा है तो लौंग के तेल का उपयोग न करें। तिल के तेल का ही प्रयोग करें।
झुर्रियों को दूर करें
अगर त्वचा पर झुर्रियां दिखाई दें तो लौंग के तेल में तिल का तेल मिलाकर त्वचा पर लगाएं। चेहरे पर झुर्रियां अक्सर बढ़ती उम्र के साथ दिखने लगती हैं और प्रेग्नेंसी के दौरान चेहरे पर झुर्रियां भी नजर आने लगती हैं। उपाय के तौर पर थोड़ा सा तिल का तेल लें और उसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाएं। ऐसा करने से खराब सेल्स साफ हो जाएंगे और त्वचा में चमक आ जाएगी।
कान का दर्द दूर करे
सर्दियों में कान का दर्द सबसे ज्यादा होता है। सर्दी-जुकाम और सिर दर्द के कारण भी कान में दर्द हो सकता है। उसमें आप लौंग के तेल का इस्तेमाल करें। दर्द से राहत पाने के लिए 2 चम्मच तिल के तेल में 3-4 बूंद लौंग के तेल की मिलाकर हल्का गर्म करें। तेल को बिना ज्यादा गर्म किए धीरे से कान में डालें और कान को स्थिर रहने दें।