ये सात जलाशय चिन्हित हुये :
जबलपुर जिले में मैकल बोट क्लब एण्ड रिसोर्ट बरगी जलाशय, मंदसौर जिले में हिंजाला बोट क्लब एण्ड रिसोर्ट गांधी सागर जलाशय, खण्डवा जिले में हनुवंतियां बोट क्लब एण्ड रिसोर्ट इंदिरा सागर जलाशय, भोपाल-सीहोर जिले में कोलार जलाशय, होशंगाबाद जिले में तवा जलाशय, ग्वालियर जिले में तिगरा जलाशय तथा इंदौर जिले में यशवंत सागर जलाशय।
पर्यटन नीति के तहत किया :
राज्य सरकार अपनी पर्यटन नीति के तहत ये जलाशय चिन्हित किये हैं। इनमें एमफीबियन (पानी एवं जमीन दोनों पर चलने वाले) पर्यटक वाहन भी चलाये जा सकेंगे। इसके लिये न्यूनतम पंूली निवेश एक करोड़ रुपये आवश्यक होगा जिस पर 25 प्रतिशत अनुदान सरकार देगी जोकि अधिकतम दस करोड़ रुपयों तक हो सकेगा।
चेकलिस्ट अनुसार भेजा प्रस्ताव :
दरअसल एविएशन विषय पूरी तरह केंद्र सरकार के पास है। इसलिये राज्य सरकार ने केंद्र सरकार की चेकलिस्ट के अनुसार उक्त सातों जलाशयों का सर्वे कर उनके बारे में अपेक्षित जानकारी भेजी है। प्रस्ताव में बताया गया है कि इन जलाशयों में लहरें सी-प्लेन के अनुकूल रहती हैं तथा इन जलाशयों से बर्ड सेंचुरी 5 से 10 किमी दूर है जिससे सी-प्लेन के पंखों से पक्षियों के टकराने की संभावना भी नहीं है। इसके अलावा, इन स्थलों पर पर्यटक भी भारी मात्रा में आते हैं।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि ये सातों जलाशय जल संसाधन विभाग के हैं तथा अभी पर्यटन योजना में हैं। जब इन पर सी-प्लेन चलाने की स्थिति आयेगी तब हम एनओसी जारी करेंगे।