केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पूजा-अर्चना कर कृषि मंत्रालय का पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कृषि मंत्रालय का औचक निरीक्षण भी किया।
इस दौरान शिवराज ने मंत्रालय के लिफ्ट मैन, पीयून, क्लर्क स्तर के कर्मचारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा, मंत्रालय में मौजूद सभी सफाई कर्मी, पीयून हमारे साथी हैं, सभी हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं।
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कंट्रोल एंड कमांड सेंटर, मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर की विजट के दौरान महत्वपूर्ण जानकारी भी ली। उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों की वर्तमान में फसल की स्थिति, क्रॉप वेदर की स्थिति, वर्षा की स्थिति, कम वर्षा या ड्राट एरिया की जानकारी सहित विभिन्न फसलों की जानकारी प्राप्त की।
पदभार ग्रहण करने के बाद कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारियों को प्रधानमंत्री मोदी जी की गारंटी का संकल्प पत्र सौंपा। संकल्प पत्र देने के बाद श्री चौहान ने कृषि विभाग की टीम को महत्वपूर्ण निर्देश दिये।
इस मौके पर उन्होंने कहा, मैं ये अंतरात्मा से कह रहा हूं, कि काम मेरे लिए पूजा है, दिन रात मिलकर काम करेंगे। राजनीति हमारे लिए कर्मकांड नहीं, सेवा का माध्यम है। आज मैं मोदी जी की गारंटी का संकल्प पत्र आपको सौंप रहा हूं, इसे हर हाल में हमें पूरा करना है। एक एक क्षण का उपयोग करना है।
मोदी जी विजनरी लीडर है, उनके मार्गदर्शन में संकल्प पत्र में दिए कार्यों को समय के साथ पूरा करने के रोडमैप पर काम करें। यह आपका सौभाग्य है कि आप सब देश के लिए महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं। देश का भविष्य और भाग्य बदलने का काम आप कर रहे हैं।
भारत कृषि क्षेत्र में अद्भुत काम कर रहा है, इसे और बेहतर करना है, अपनी पूरी क्षमताओं के साथ काम करना है। काम कोई एक या तीन मंत्री नहीं करते, पूरी टीम मिलकर काम करती है, कमिटमेंट के साथ करती है।
हमारे विभाग का नाम कृषि के साथ किसान कल्याण है, मतलब अन्नदाता का कल्याण, उनकी जिंदगी बदलना ही हमारा मिशन है। हमें अपनी टीम के हर सदस्य की टीम के टेलेंट का सर्वोच्च उपयोग करना है। जो अनुभवी हैं, विशेषज्ञ हैं उनका मार्गदर्शन लेना है। हम करोड़ों करोड़ लोगों के लिए काम कर रहे हैं, पूरी तरह से पारदर्शी व्यवस्था रहे, यह मैं पहले दिन से कह रहा हूं।
मैं आपका सर्वश्रेष्ठ चाहता हूं, मैं सब चीजें समझे बिना दिल्ली नहीं छोड़ूगा, पूरी जानकारी चाहिए। भले ही प्रेजेंटेशन दो घंटे नहीं, चार छह घंटे चले लेकिन मुझे पूरी जानकारी चाहिए, मैं देर शाम तक मंत्रालय में ही बैठकें करूंगा ।