Axiom-4 Mission : भारत के लाल ने रचा इतिहास एक्सिओम-4 मिशन ने भरी उड़ान..जानें मिशन की अहम बातें


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स्टोरी हाइलाइट्स

शुभांशु शुक्ला इस मिशन के पायलट हैं, जो भारत के लिए अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ रहा है..!!

Axiom-4 Mission : लंबे इंतजार और बार-बार टलने के बाद वह पल आ ही गया है जिसका हर भारतीय को इंतजार था। एक्सिओम-4 मिशन, जिसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला भी शामिल हैं, 25 जून को नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हो गया है। शुभांशु शुक्ला इस मिशन के पायलट हैं, जो भारत के लिए अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ रहा है।

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मिशन में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से सुबह 2:31 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे) उड़ान भरी। इस मिशन में स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट और नए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमाल किया गया। अगर सब कुछ ठीक रहा तो स्पेसक्राफ्ट गुरुवार 26 जून को सुबह 7:00 बजे (भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे) आईएसएस से जुड़ जाएगा।

Axiom4Mission के पायलट, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा, "नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों! क्या सफ़र है! हम 41 साल बाद वापस अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं। यह एक अद्भुत सफ़र है। हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ़्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं। मेरे कंधों पर मेरा तिरंगा मुझे बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूँ। यह मेरी यात्रा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की शुरुआत नहीं है, ये भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है। मैं चाहता हूँ कि आप सभी इस सफ़र का हिस्सा बनें। आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए... आइए हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें। जय हिंद! जय भारत!" 

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स्पेसएक्स ने अपने आधिकारिक एक्स पोस्ट में कहा, “सभी सिस्टम तैयार हैं और आज के एक्सिओम-4 मिशन के लिए मौसम 90 प्रतिशत अनुकूल है।”

गौरतलब है कि यह मिशन भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत के शुभांशु शुक्ला इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा हैं।

एक्सिओम-4 मिशन का लॉन्च नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से किया गया। इस मिशन को स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट से लॉन्च किया गया, जिसमें चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। नया ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट इन यात्रियों को लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की ओर रवाना हो गया है।

इस मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री हिस्सा ले रहे हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अंतरिक्ष यात्री शुभांश शुक्ला इस मिशन के पायलट हैं। इस मिशन का नेतृत्व नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम स्पेस ह्यूमन स्पेस फ्लाइट डायरेक्टर पैगी व्हिटसन कर रही हैं। इसके अलावा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रोजेक्ट अंतरिक्ष यात्री स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की (पोलैंड) और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कापू मिशन विशेषज्ञ के रूप में शामिल हैं। ये चारों अंतरिक्ष यात्री मिलकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर कई वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे। 

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एक्सिओम-4 मिशन निजी अंतरिक्ष यात्रा के क्षेत्र में एक नया कदम है। यह मिशन नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स के बीच साझेदारी का नतीजा है। शुभांश शुक्ला जैसे अंतरिक्ष यात्रियों को शामिल करके यह मिशन भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ रहा है। 

एक्सिओम-4 मिशन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए एक निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है और यह भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए मानव अंतरिक्ष यान में "वापसी" का प्रतीक होगा, क्योंकि यह 40 से अधिक वर्षों में उनकी पहली सरकारी प्रायोजित उड़ान होगी। एक्सिओम के अनुसार, यह मिशन इन देशों के लिए इतिहास में दूसरा मानव अंतरिक्ष यान मिशन होगा, लेकिन यह पहली बार है जब ये तीनों देशों ने एक साथ ISS के लिए उड़ान भरी।

मिशन का लक्ष्य 31 देशों की ओर से लगभग 60 वैज्ञानिक अध्ययन और गतिविधियाँ संचालित करना है। ये देश हैं भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, पोलैंड, हंगरी, सऊदी अरब, ब्राज़ील, नाइजीरिया, संयुक्त अरब अमीरात और यूरोप।