लालू परिवार को बड़ी राहत, राबड़ी-मीसा-हेमा को मिली जमानत


स्टोरी हाइलाइट्स

लैंड फॉर जॉब केस में दिल्ली की कोर्ट ने जमानत को दी मंजूरी

राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बेटियों, मीसा भारती और हेमा यादव को लैंड फॉर जॉब स्कैम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को दिल्ली की एक कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई। कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तीनों को नियमित जमानत दे दी है।

राबड़ी देवी , मीसा भारती और हेमा यादव को की जमानत को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मंजूरी दी। आरोपियों को पहले 9 फरवरी को अंतरिम जमानत दी थी। आज उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने के समक्ष पेश किया गया था।

अदालत ने 27 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पहली चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। न्यायाधीश गोगने ने आरोपियों और सह-आरोपी हृदयानंद चौधरी को जमानत देते हुए कहा कि जांच के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया था। आरोपियों के कानून से भागने का भी कोई खतरा नहीं है। ऐसे में अब जमानत अर्जी मंजूर न करने का कोई औचित्य बनता नहीं है। कोर्ट ने चारों को सशर्त जमानत दी है।

लैंड फॉर जॉब मामला

सीबीआई के मुताबिक लालू प्रसाद ने 2004 और 2009 के बीच तत्कालीन रेल मंत्री के रूप में आर्थिक लाभ प्राप्त किए थे। उन्होंने रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप 'डी' पदों पर स्थानापन्न की नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन हासिल की। जमीन पटना के निवासियों की ओर से लालू प्रसाद के परिवार, उनके और उनके परिवार द्वारा नियंत्रित एक निजी कंपनी को बेची और उपहार में दी गई थी।