हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल ने सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस दोनों की ही नींद उड़ा दी है। एग्जिट पोल में हिमाचल में कांटे का मुकाबला दिखाई दे रहा है। ऐसे में हिमाचल में सरकार की तस्वीर का पता तो 8 दिसंबर को ही चलेगा लेकिन एग्जिट पोल के अनुमानों के बाद बागियों की बल्ले-बल्ले होती नज़र आ रही है।
68 सीटों वाली हिमाचल विधानसभा में कांटे की लड़ाई के बीच अगर दोनों दल बहुमत से दूर रहते हैं तो निर्दलीय उम्मीदवारों का रोल बहुत बढ़ सकता है। हालांकि हिमाचल में अब तक त्रिशंकु विधानसभा नहीं आई है। परंपरागत रूप से इस राज्य के लोग सत्ता के खिलाफ मतदान करते आ रहे हैं। 2017 में बीजेपी को 44 सीटें मिली थी जबकि कांग्रेस के खाते में 21 सीटें आई थी।
मौजूदा परिदृश्य में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही अपने बागियों पर नजर रखे है। ये बागी चुनाव में स्वतंत्र रूप से उतरकर आलाकमान को चुनौती दे चुके हैं।
बीजेपी-कांग्रेस दोनों में टिकट बंटवारे में अदूरदर्शिता का आरोप लगाकर कई नेता बगावत पर उतर आए और पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ ही खड़े हो गए हैं। .ऐसे में जीत के बाद इन निर्दलीयों और बागियों की पूछ परख निश्चित बढ़ने वाली है।