Hemant Soren Arrest: जेल में बीतेगी हेमंत सोरेन की रात, कोर्ट ने एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा


स्टोरी हाइलाइट्स

Hemant Soren Arrest: हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. जमीन घोटाले में उनकी गिरफ्तारी हुई है. इससे पहले उन्होंने अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनियर नेता चंपई सोरेन को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया है.

Hemant Soren Arrest: झारखंड में इन दिनों राजनीतिक हलचलें लगातार तेज होती जा रही हैं. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद अब सभी की निगाहें झारखंड मुक्ति मोर्च (JMM) के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन के राजतिलक पर टिकी हुई हैं. झारखंड मुक्ति मोर्च ने चंपई सोरेन को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया है.

आज जेल में बीतेगी हेमंत सोरेन की रात-

दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तारी के बाद ईडी की टीम हिरासत में लेकर बुधवार रात (31 जनवरी) करीब दस बजे एयरपोर्ट रोड स्थित दफ्तर पहुंची थी और आज (1 फरवरी) उन्हें पीएमएलए कोर्ट में मैजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया. जहां पर कोर्ट ने हेमंत सोरेन को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

हालांकि, इस दौरान ईडी ने पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने इसपर आदेश सुरक्षित रख लिया और अगली सुनवाई कल होगी. कोर्ट के इस फैसले के बाद हेमंत सोरेन को होटवार जेल भेजा जा रहा हैं, उन्हें वहां पर अपर डिवीजन सेल में रखा जाएगा.

चंपई सोरेन के राजतिलक की तैयारी-

बता दें कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है. उन्होंने राज्यपाल को 43 विधायकों का समर्थन पत्र भी सौंपा है. फ़िलहाल, झारखंड मुक्ति मोर्च (JMM) को नई सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के आदेश का इंतजार करना पड़ रहा हैं.

पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ने जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार किया है. इससे पहले उन्होंने राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया. हेमंत सोरेन ने ही गिरफ्तारी से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनियर नेताओं और सहयोगी विधायकों से मुलाकात कर सीएम के तौर पर चंपई सोरेन के नाम पर सहमति जताई थी.

अगर हम झारखंड विधानसभा के सीट समीकरण की बात करें तो यहां कुल 81 सीटें हैं. इनमें JMM के 29, कांग्रेस के 17, आरजेडी और सीपीआई (एमएल) के एक-एक विधायक सत्ता पर क़ाबिज हैं. सत्तापक्ष की कुल संख्या 48 है जबकि विपक्ष में बीजेपी के 26, आजसू के तीन और एनसीपी के एक विधायक हैं. वहीं, राज्य में निर्दलीय विधायकों की कुल संख्या दो है.