आसमानी बारिश ने एक बार फिर हिमाचल में कहर बरपाया है। तेज बरसात से जहां कुल्लू ज़िले में गुरुवार तड़के दो लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई है, वहीं कई गाडिय़ां भी खिलौनों की तरह बाढ़ के पानी में बह गईं। हालिया जानकारी के अनुसार कुल्लू के आनी में आई बाढ़ में कई दुकानों और सात वाहनों को तबाह कर दिया।
HP : कुल्लू के आनी प्रखंड में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़, एक मिनट में 10 दुकानें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं । pic.twitter.com/4jbFgwvP0D
— ISK News (@ISK_News24) August 11, 2022
कुल्लू के उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने मध्यरात्रि से भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए आनी तहसील के सभी शिक्षण संस्थानों को अगले आदेश तक के लिए बंद करने का आदेश दिया है।
सुबह सवेरे आई आपदा से इलाके के लोग सहम गए। आनी में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है। मूसलाधार बारिश के बाद जन जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के बाद आई बाढ़ में आनी बस स्टैंड के पास कई दुकानें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इसके अलावा आनी से 6 किमी दूर गुगरा में देउठी में हुई भारी बारिश से तीन गाड़ियां और एक मोटरसाइकिल के बह जाने की भी सूचना है।
कुल्लू के आनी में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। आनी के च्वाई में एक मकान मलबे की चपेट में आ गया। इस कारण अंदर सो रही महिला और बच्ची की मलबे में दबकर मौत हो गई।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट-
हिमाचलवासियों को अभी बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है. भारी बारिश को लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 11 और 14 अगस्त को प्रदेश में जोरदार बारिश होने की भविष्यवाणी की है।
खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं नदियां-
हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के कारण सुकेती जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य के कई हिस्सों में जलजमाव और बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गये हैं।
उधर, होली तहसील के ओई नाला में गुरुवार को बादल फटने से आए भारी सैलाब ने करीब एक घंटे तक रावी नदी का प्रवाह त्यारी पुल के पास रोक दिया। जिसके चलते लोगों में भी दहशत का माहौल पैदा हो गया। बहरहाल नदी ने एक किनारे से बहाव के लिए जगह बना ली है और धीरे धीरे पानी बहने लगा है।