कतर में पूर्व नौसैनिकों की की फांसी की सजा के खिलाफ भारत ने अपील की है। कतर की एक अदालत द्वारा पिछले महीने आठ भारतीयों को मौत की सजा सुनाये जाने पर विदेश मंत्रालय ने अपील दायर करने की जानकारी दी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेस में बताया कि जिस अदालत ने फैसला दिया था, वो जजमेंट सीक्रेट है। जजमेंट रिपोर्ट लीगल टीम को दी गई है। हमने अपील फाइल की है। हम कतर दूतावास के साथ संपर्क में हैं।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि हमें एक और कांसुलर एक्सेस मिला है। हम उन सभी के परिवारों के संपर्क में भी हैं। हम उन्हें हर सहायता देंगे। ये संवेदनशील मामला है। इसमें कयास न लगाए जाएं।
आठ पूर्व नौसैनिक कतर में डहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज और कंसल्टेंसी सर्विसेज के लिए काम कर रहे थे। इन लोगों को पिछले साल अगस्त में अज्ञात कारणों से गिरफ्तार किया गया था। कतर अदालत का ने इन्हें किस मामले में सजा दी है इस संबंध में निर्णय 'गोपनीय' हैं।
कतर में जिन 8 पूर्व नौसेना अफसरों को मौत की सजा दी गई है उनमें कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर पूर्णेन्दु तिवारी, कमांडर सुग्नाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और सेलर रागेश शामिल हैं।