गर्मी के कहर से आम हो या खास सभी बेहाल नज़र आ रहे हैं। इस बार की गर्मी में हीट स्ट्रोक का कहर जानलेवा साबित हो रहा है।
मध्य प्रदेश के जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के बेटे की जान भी लू लगने के कारण चली गई। अमोल सक्सेना का दिल्ली में अचानक स्वास्थ्य खराब होने के कारण निधन हो गया। उन्होंने महज 20 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। अमोल सक्सेना दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। सीएम मोहन यादव ने अमोल की मृत्यु पर दुख जताया है।
वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के दौरान शनिवार को कुल 58 मतदान कर्मियों को भी हीट स्ट्रोक के चलते अपनी जान गंबानी पड़ गई। मतदान कर्मियों की सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं। यहां कुल 33 मतदान कर्मियों की गर्मी और लू के कारण मौत हो गई।
अधिकारियों ने कहा कि अन्य मौतें बिहार, ओडिशा और मध्य प्रदेश में हुईं, लेकिन सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिनवा ने मौतों की पुष्टि की और कहा कि मरने वाले होम गार्ड, सफाई कर्मचारी और अन्य मतदान कर्मचारी थे जो दिन भर की मतदान प्रक्रिया के दौरान ड्यूटी पर थे।
एक दिन पहले उत्तर प्रदेश में 15 चुनावकर्मियों की मौत की खबर सामने आई थी। शनिवार को कुल 108,349 मतदान कर्मचारी तैनात किये गये थे। रिनवा ने कहा कि ड्यूटी के दौरान मरने वालों को 15 लाख रुपये मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है। रिपोर्ट में पाया गया कि होम गार्ड की तरह मतदान ड्यूटी के लिए प्रतिदिन 500 रुपये का भुगतान किया जाता है।
आपको बता दें हाल ही में मुरैना से भी हीट स्ट्रोक से दो नाबालिग बच्चों की मौत की ख़बर सामने आई थी।