MP Politics: मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा के पहले शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है. 18 दिसंबर से शुरू हुए इस चार दिवसीय सत्र के आखिरी दिन (21 दिसंबर) कांग्रेस नेता कमलनाथ के सदन में नहीं पहुंचने का मुद्दा बीजेपी विधायक कैलाश विजयवर्गीय द्वारा उठाया गया.
दरअसल, सत्र के आखिरी दिन मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो छिंदवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलनाथ के पहले सत्र में ही अनुपस्थिति का मुद्दा गरमा गया.
जिस पर कैलाश विजयवर्गीय ने तंज़ कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उनको इस सदन में नहीं आने लायक बना दिया है. इसलिए, वह सदन में उपस्थित नहीं हुए हैं.
हालांकि, कैलाश विजयवर्गीय के इस कटाक्ष पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने जवाब देते हुए बताया कि कमलनाथ के परिवार में गमी (Death) हो गई है. जिसके चलते वह सदन में उपस्थित नहीं हो पाए हैं. यह बात शायद कैलाश जी को पता नहीं है लेकिन उनके सदन में उपस्थित न होने का कारण बस यही है.
बता दें कि कमलनाथ ने पहली विधानसभा सत्र में शामिल नहीं हो पाने को लेकर प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव को पत्र भी लिखा था. वहीं, छिंदवाड़ा जिले से ही आने वाले कांग्रेस विधायक सोहन वाल्मीकि और कमलनाथ की अनुपस्थिति की अनुज्ञा (स्वीकृति) विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की तरफ से भी प्रदान की गई है.
राजनीतिक गलियारों में उठ रहे कमलनाथ की सदन में अनुपस्थिति के सवालों पर अब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विराम लगा दिया है. अब ये कयास लगाये जा रहे हैं कि कमलनाथ आगे के सत्र में शामिल होकर ही विधायक पद की शपथ लेंगे.