सुबह उठते ही फोन का इस्तेमाल? दिमाग पर पड़ सकता है गंभीर असर, जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ


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स्टोरी हाइलाइट्स

ज्यादातर लोग सुबह उठते ही फोन हाथ में ले लेते हैं और धीरे-धीरे यह आदत बन जाती है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इसका असर बहुत बुरा हो सकता है..!

स्मार्टफोन आज के समय में एक जरूरत बन गया है और धीरे-धीरे लोगों को इसकी लत लग रही है. फोन का इस्तेमाल सिर्फ कॉल करने या किसी को मैसेज करने के लिए किया जाता था लेकिन अब शॉपिंग, खाना ऑर्डर करना, लोकेशन शेयर करना, ट्रेन, फ्लाइट या मूवी टिकट बुक करने जैसे काम भी फोन के जरिए हो रहे हैं.

अब स्मार्टफोन में मनोरंजन के कई विकल्प मौजूद हैं. जिससे हम बिना काम के स्मार्टफोन देखने लगते हैं, इसका परिणाम यह है कि शॉर्ट वीडियो का क्रेज बढ़ता जा रहा है.

दिमाग पर पड़ता हैं सीधा झटका- 

सुबह सबसे पहले फोन पर स्क्रॉल करने से हमारा शरीर और दिमाग पूरी तरह सतर्क हो जाता है. एक शोध में पाया गया है कि नींद के दौरान हमारे मस्तिष्क में डेल्टा तरंगे उत्पन्न होती हैं और सुबह उठने से पहले नींद के दौरान थीटा तरंगों में बदल जाती हैं. 

हमारा मस्तिष्क तब अल्फा तरंगों का उत्पादन करता है, हालांकि यह निर्धारित होता है कि आप जाग रहे हैं या फिर बिस्तर पर लेटकर आराम कर रहे हैं. इस दौरान मोबाइल चलाने से दिमाग पर सीधा झटका पड़ सकता हैं.

सुबह का समय काफ़ी महत्वपूर्ण-

मस्तिष्क की एक रिपोर्ट के अनुसार, हमारे मन की प्रत्येक अवस्था यानी जब थीटा तरंगें प्रवाहित होती हैं, तो वह नए विचारों के बारे में सोचने या सपने देखने का सही समय होता है.

शोध से यह भी पता चला है कि सुबह का समय, जब मस्तिष्क अल्फा अवस्था में होता है, तब ध्यान केंद्रित करने के लिए व्यायाम करने का सबसे अच्छा समय होता है. इससे आपका शरीर तरोताजा रहता है.

नींद से जागते समय फोन देखने के नुकसान-

हालांकि, जब हम नींद से जागते हैं और अपना फोन उठाते हैं, तो हम अपने दिमाग को सीधा झटका दे रहे होते हैं. इस प्रकार यह मस्तिष्क की थीटा और अल्फा अवस्थाओं को छोड़ देता है.

जिससे मन में बेचैनी और तनाव जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. सुबह फोन उठाने पर अगर कोई बुरी खबर मिलती है तो उसका असर दिन भर हमारे दिमाग पर पड़ता है.