केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवीराजे सिंधिया की पार्थिव देह आज ग्वालियर लाई गई है। उनका कल दिल्ली में निधन हुआ था। पिछले दो महीने से बीमार होने से दिल्ली एम्स में भर्ती थीं।
दोपहर से रानी महल में राजमाता का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। शाम 5 बजे सिंधिया छत्री पर उनका राजसी परम्परा के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाएगा। 75 वर्षीय माधवीराजे का ताल्लुक नेपाल राजघराने से रहा है।
शादी से पहले उनका नाम किरण राजलक्ष्मी देवी था। माधवराव सिंधिया से विवाह के बाद मराठी परंपरा के तहत नाम बदलकर माधवीराजे किया गया था। उनके निधन पर सीएम मोहन यादव, पूर्व सीएम कमलनाथ समेत कई नेताओं ने दुख जताया है।
मूलत-नेपाल की रहने वाली माधवीराज के दादा जुद्ध शमशेर बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री व राणा वंश के मुखिया भी रहे थे। 1966 में माधवराव सिंधिया के साथ उनका विवाह हुआ था। माधवराव के निधन के बाद उन्हें राजमाता कहा जाने लगा।