इन आदतों से भी कर लें दोस्ती, हमेशा रहेंगे फिट


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स्टोरी हाइलाइट्स

रश यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर (शिकागो) द्वारा की गई स्टडी के मुताबिक नंगे पैर टहलने से घुटनों के जोड़ों पर पड़ने वाला दबाव 12 फीसदी तक कम किया जा सकता है..!

अक्सर हम अपने रूटीन की आदतों पर ध्यान नहीं देते, बस जो जैसा है वैसा चलने देते हैं। लेकिन कभी-कभी उन एक-सी आदतों से कई तरह की तकलीफे भी महसूस होने लगती है, जिन पर ध्यान बहुत बाद में ही आ पाता है। ऐसे में यदि कुछ खास बातों पर ध्यान दे दिया जाए तो आपकी सेहत दुरुस्त रहने के साथ-साथ आप पूरी तरह फिट भी रह सकते हैं।

रश यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर (शिकागो) द्वारा की गई स्टडी के मुताबिक नंगे पैर टहलने से घुटनों के जोड़ों पर पड़ने वाला दबाव 12 फीसदी तक कम किया जा सकता है। इससे ऑस्टियोआर्थराइटिस से होने वाला दर्द भी कम होता है। कंफर्टेबल शूज के इस्तेमाल से भी कहीं ज्यादा राहत नंगे पैर टहलने मिलती है। बाद में एक अन्य अध्ययन से पता चला कि 'मोबिलिटी शूज' (जो प्लैट और फ्लेक्सिबल होते हैं) घुटनों पर दबाव 18 फीसदी तक कम कर सकते है बशर्त इन्हें 6 महीने या ज्यादा समय तक लगातार पहना जाए।

हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि सुबह के दो घंटों में हम सबसे ज्यादा एक्टिव रहते हैं। सुबह के शात माहौल में जागकर आप काफी कुछ कर सकते है। इससे आपको अपने हाथ में टाइम ही टाइम नजर आएगा, जिससे दिनभर की आपाधापी और व्यस्तता को आप कंट्रोल करके अपना मन शांत रख सकेंगे। इस वक्त में आप दिनभर की प्लानिंग, बीते दिन के छूटे हुए पेपरवर्क और मॉर्निंग वॉक, एक्सरसाइज आदि के लिए भी वक्त निकाल सकेंगे। इससे आपकी कार्यक्षमता बढ़ेगी और मन को सुकून मिलेगा।

फिजिकली एक्टिव रहें, पार्टी करें, मस्ती करें

"आउट स्माटिंग अल्जाइमर्स के लेखक डॉ. केनीय कोसिस ने अपनी किताब में लिखा है कि मौज-मस्ती करने वाले लोगों से घुलने-मिलने वाले और पार्टी वगैरह का आयोजन करते रहने वाले लोगों को डिमेशिया सहित अन्य मानसिक बीमारियां होने का खतरा काफी कम हो जाता है।

अगर आप दिन भर ऑफिस, दुकान या घर में बैठने का काम करते है. तो आपके लिए बेहद जरूरी है सुबह-शाम बाहर की प्राकृतिक और ताजी हवा लेना और कुदरती रोशनी में कुछ समय बिताना। सुबह शाम वॉक पर जाए. फिजिकली एक्टिव रहें. वर्कआउट करें और कुदरत की हलचल, पंछियों व जीव-जंतुओं की हरकत और पेड़ पौधों की खूबसूरती का लुफ्त उठाएं। इससे तन के साथ-साथ आपका मन भी दुरुस्त रहेगा।

यकीनन इसके लिए अगर आप कुल अच्छी आदतों से दोस्ती लें तो तन और मन को काफी हद तक फिट एंड फाइन रख सकते हैं। जानते हैं कैसे

कुछ देर खड़े भी रहें

एक्सरसाइज एक्सपर्ट और वर्कआउट प्रोग्राम ' 10 पौण्ड स्लिम डाउन एक्स्ट्रीम' के डेवलपर क्रिस फ्रेटैग की राय में आप भले ही रोज जिम जाते हों, लेकिन दिन भर आप सिर्फ बैठे रहते हैं, तो स्लिम रहने का आपका सारा प्रयास व्यर्थ हो सकता है। क्रिस ने अपने अध्ययन में पाया कि जो लोग दिन में सबसे ज्यादा स्टैंडिंग ब्रेक लेते हैं (चाहे वह हर बार एक मिनट जैसी छोटी अवधि का ही हो), उनकी कमर अपेक्षाकृत पतली होती है, कोलेस्ट्रॉल कम होता है और इंसुलिन का रेस्पांस उनमें सबसे अच्छा होता है। एपिडेमियोलॉजिस्ट का मानना है कि पैरों पर नियमित कूदने से कैंसर से भी बचाव मिलता है। एक ताजा अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने दस सालों तक दिनभर बैठे रहने का जॉब किया उनमें एक्टिव रहने वाले लोगों की तुलना में कोलोन कैंसर की दोहरी रिस्क पाई गई।

ध्यान करें

हर रोज सुबह, दोपहर, शाम या रात के वक्त जब भी आपको समय मिले शांत होकर बैठें और डीप ब्रीदिंग करें। इस वक्त आपका सारा ध्यान सिर्फ और सिर्फ खुद पर केंद्रित रखें और शांति को एंजॉय करें। इस अभ्यास से आप अपने रूटीन वर्क भी शांत मन से करने के अभ्यस्त होने लगेंगे। मेडिटेशन से आपको मानसिक सुकून मिलेगा और एंग्जायटी व डिप्रेशन जैसी समस्याओं से निजात भी मिलेगी।