WTC Final: कोच द्रविड ने दिया हार के खौफ का मंत्र, गिनाई खूबियाँ


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स्टोरी हाइलाइट्स

10 साल से नहीं जीते, लेकिन दबाव में भी नहीं..!

भारत ने पिछले 10 वर्षों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की कोई ट्रॉफी नहीं जीती है। इसके बाद भी मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का मानना है कि आज से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का उनकी टीम पर किसी तरह का दबाव नहीं है। पूर्व भारतीय कप्तान ने हालांकि कहा कि ट्रॉफी जीतना अच्छा होगा जिसके लिए टीम पिछले दो वर्षों से कड़ी मेहनत कर रही है। 

भारत 2021 में डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड से हार गया था जबकि आईसीसी के अन्य टूर्नामेंट में वह नॉकआउट चरण हारता रहा है। द्रविड़ ने कहा, 'नहीं हम पर किसी तरह का दबाव नहीं है। मेरे कहने का मतलब है कि आईसीसी टॉफी जीतने का प्रयास करने का हम किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं। निश्चित तौर पर ट्रॉफी जीतना अच्छा होगा। 

आईसीसी टूर्नामेंट जीतने में सक्षम होना निश्चित तौर पर अच्छा होगा। लेकिन इस संदर्भ में आपको यह भी देखना होगा कि यह दो साल की कड़ी मेहनत का चरम है।' 'कई सफलताएं हासिल करने के बाद ही आप यहां तक पहुंचते हैं। इसलिए हमारे पास कई सकारात्मक पहलू हैं। ऑस्ट्रेलिया से सीरीज जीतना, यहां सीरीज ड्रॉ कराना, हर जगह कड़ी प्रतिस्पर्धा करना जो इस टीम के पास है। यह चीजें केवल इसलिए नहीं बदल जाएंगी कि आपने आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। यह वास्तव में बड़ी तस्वीर है।'

बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे की वापसी

मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे 18 महीने में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार हैं मगर असफल होने पर उनका करियर भी समाप्त हो सकता है। द्रविड़ ने इस अनुभवी बल्लेबाज को भी सलाह दी कि यह अच्छा है कि वह टीम के साथ है। कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण उसे टीम में वापसी करने का मौका मिला। हमारे पासउस जैसा कुशल खिलाड़ी है। उसके आने से टीम में अनुभव का इजाफा हुआ है। वह विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करता रहा है और यहां तक कि इंग्लैंड में भी उसने कुछ शानदार पारियां खेली हैं। उसकी अगुवाई में टीम ने कुछ अच्छी सफलताएं हासिल की हैं। मैं नहीं चाहता कि वह इसे एकमात्र अवसर के रूप में देखे। 

चेतेश्वर पुजारा ने हाल में काउंटी क्रिकेट में ढेरों रन बनाए और द्रविड़ ने कहा कि उनकी सलाह से टीम को काफी मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा, 'हमारी पुजारा के साथ कप्तानी और बल्लेबाजी को लेकर बात हुई। उसने ससेक्स की कप्तानी भी की और इसलिए उसे काउंटी में खेलने वाले गेंदबाजों की रणनीति की अच्छी समझ है। इसलिए हमने उसके साथ इस बारे में बातचीत की और देखते हैं कि उसकी सलाह पर हम कैसे अमल कर पाते हैं।'