महात्मा गांधी की डिग्री पर बोल कर फंसे मनोज सिन्हा, पत्रकार डॉ राकेश पाठक ने भेजा कानूनी नोटिस 


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स्टोरी हाइलाइट्स

अब पत्रकार और गांधीवादी कार्यकर्ता डॉ राकेश पाठक ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को कानूनी नोटिस भेजा है..!

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का महात्मा गांधी की डिग्री को लेकर दिए बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सोशल मीडिया पर बयान का भारी विरोध हो रहा है। वहीं अब पत्रकार और गांधीवादी कार्यकर्ता डॉ राकेश पाठक ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को कानूनी नोटिस भेजा है।

नोटिस में कहा गया है कि मनोज सिन्हा सात दिन में अपने बयान पर लिखित में सार्वजनिक माफ़ी मांगें अन्यथा अदालती कार्यवाही के लिए कदम उठाया जाएगा। नोटिस को जम्मू-कश्मीर के राजभवन के आधिकारिक ईमेल पर भीप्रेषित कर दिया गया है। साथ ही नोटिस की प्रतिलिपि उपराज्यपाल की नियोक्ता राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू को भी संलग्न की गई है।

नोटिस में कहा गया है कि मनोज सिन्हा का बयान पूरी तरह मिथ्या है और गांधी जी की शैक्षणिक योग्यता को धूमिल करने और मृत्यु उपरांत उन्हें अपमानित करने की गरज से दिया गया है। सोशल मीडिया पर उनके बयान के वायरल होने के कारण देश दुनिया में गांधी जी की छवि धूमिल हुई है।

डॉ पाठक ने कहा है कि न केवल वे बल्कि जो लाखों, करोड़ों लोग महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित हैं, वे सब इस बयान से आहत हुए हैं। डॉ पाठक की ओर से उनके वकील भूपेंद्र सिंह चौहान, पंकज सक्सेना ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को राजभवन, जम्मू कश्मीर के पते पर रजिस्टर्ड डाक से नोटिस भेजा है। 

गौरतलब है कि 23 मार्च को ग्वालियर के आईटीएम विश्वविद्यालय में डॉ राम मनोहर लोहिया स्मृति व्याख्यान में मनोज सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा था कि गांधी जी के पास कोई लॉ की डिग्री नहीं थी। उन्होंने कहा कि शिक्षा डिग्री से ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। क्या आज कोई भी ये कह सकता है कि गांधी जी शिक्षित नहीं थे। किसी के पास यह कहने का साहस नहीं है कि गांधी जी शिक्षित नहीं थे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके पास एक भी यूनिवर्सिटी की डिग्री नहीं थी।