मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से कांग्रेस सांसद नकुल नाथ गुरुवार को लोकसभा से निलंबित कर दिए गए हैं। संसद सुरक्षा चूक मामले में नकुलनाथ के निलंबन के साथ ही अब तक कुल 146 सांसदों को लोकसभा से निलंबित किया जा चुका है। गुरुवार को नकुलनाथ समेत तीन सांसदों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की अवमानना के आरोप में कांग्रेस सांसद और कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ, डीके सुरेश और दीपक बैज को मौजूदा शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया। इससे पहले लोकसभा में तख्तियां लेकर पहुंचने और सदन की अवमानना करने के आरोप में दो और विपक्षी सदस्यों को बुधवार को संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।
सदन की अवमानना के मामले में अब तक कुल 146 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। इससे पहले पिछले सप्ताह गुरुवार को 13, सोमवार को 33 और मंगलवार को 49 सदस्यों को निलंबित किया गया था।
वहीं, विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं और सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा से 140 से अधिक सदस्यों के निलंबन को लेकर बुधवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि सरकार 'विपक्ष-मुक्त संसद' और 'विपक्ष-मुक्त संसद' चाहती है।
विपक्ष का आरोप है, कि यह व्यवस्था का ऐतिहासिक दुरुपयोग है। सरकार विपक्ष मुक्त लोकसभा और विपक्ष मुक्त राज्यसभा चाहती है। सभी सांसदों को निलंबित किए जाने के बाद, लोकसभा सचिवालय ने निलंबित सदस्यों के लिए प्रतिबंधों की रूपरेखा बताते हुए एक परिपत्र जारी किया। सर्कुलर में संसद कक्ष, लॉबी और गैलरी में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। निलंबन अवधि के दौरान उन्हें समिति की बैठकों में भाग लेने, नोटिस जमा करने और समिति चुनावों में मतदान करने से प्रतिबंधित किया गया है।