विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कतर में हिरासत में लिए गए आठ पूर्व नेवी अफसरों के परिवारों से सोमवार सुबह मुलाकात की। मुलाकात के दौरान विदेशमंत्री ने आठ पूर्व नेवी अफसरों के परिजनों को बताया कि सरकार मामले को सर्वोच्च महत्व दे रही है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हम उन परिवारों की चिंताओं और दर्द को समझते हैं। परिवारजनों से बातचीत के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि सरकार उनकी रिहाई के लिए सभी प्रयास करना जारी रखेगी. उस संबंध में परिवारों के साथ निकटता से समन्वय करेंगे।
बताया जा रहा है कि भारत को कतर की अदालत के फैसले की प्रति अभी तक नहीं मिली है। अदालत के फैसले पर कतर की ओर से भी कोई टिप्पणी नहीं की गई है। भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को कतर की अदालत की ओर से बृहस्पतिवार को मौत की सजा सुनाई गई है।
सजा के फैसले पर भारत ने कहा था कि वह इस फैसले से बेहद हैरान है और इस मामले में सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है। ये सभी आठ भारतीय नागरिक अल दाहरा कंपनी के कर्मचारी हैं जिन्हें पिछले साल जासूसी के कथित मामले में हिरासत में ले लिया गया था। इनमे भोपाल के कमांडर पूर्णेन्दु तिवारी, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और नाविक रागेश शामिल हैं।