पहलवान बजरंग पूनिया ने वापस लौटाया अपना पद्मश्री पुरस्कार, PM मोदी को लिखी चिट्ठी


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स्टोरी हाइलाइट्स

खेल मंत्रालय का कहना है कि, WFI चुनाव निष्पक्ष रूप से कराए गए थे..!!

पहलवान बजरंग पुनिया ने पद्मश्री सम्मान लौटाने का फ़ैसला किया है। बजरंग पुनिया के इस फैसले को लेकर खेल मंत्रालय ने कहा है, कि ये उनका निजी फैसला है। खेल मंत्रालय का ये भी कहना है, कि WFI चुनाव निष्पक्ष रूप से कराए गए थे।

भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव गुरुवार (21 दिसंबर) को हुए थे। इसके बाद शुक्रवार (22 दिसंबर) को दिग्गज पहलवान बजरंग पुनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे अपना पद्मश्री पुरस्कार वापस करने को कहा, जिस पर खेल मंत्रालय ने कहा कि यह उनका निजी फैसला है। 

सूत्रों के मुताबिक, खेल मंत्रालय ने कहा है कि WFI चुनाव निष्पक्ष और लोकतांत्रिक तरीके से आयोजित किए गए थे। खेल मंत्रालय ने कहा, "हम अभी भी बजरंग पुनिया को पद्मश्री लौटाने के फैसले को पलटने की कोशिश करेंगे।"

बजरंग पुनिया ने कहा है कि हम बहन-बेटियों की लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन मैं उन्हें सम्मान नहीं दिला सका, इसलिए मैंने अपना मेडल यहीं गेट पर रखा है। 'इसलिए मैं यह 'सम्मान' आपको लौटा रहा हूं।'

बजरंग पुनिया ने अपने पत्र में कहा, "...जिन बेटियों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का ब्रांड एंबेसडर माना जाता था, उन्हें ऐसी स्थिति में डाल दिया गया जहां उन्हें अपने खेल से पीछे हटना पड़ा। हम महिला पहलवानों का 'सम्मान' नहीं कर सके।" मैं अपमानित होने के बाद 'सम्मानित' बनकर अपनी जिंदगी नहीं जी सकता। ऐसी जिंदगी कचोटती ताउम्र मुझे। इसलिए मैं यह 'सम्मान' आपको लौटा रहा हूं।

आपको बता दें, कि पहलवान बजरंग पुनिया ने अपना पद्म सम्मान पीएम मोदी के घर के बाहर फुटपाथ पर रख दिया है। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है।