Pune देशभर में बहुचर्चित पुणे-पोर्शे कार एक्सीडेंट को लेकर एक नया ट्विस्ट आ गया है। दो इंजीनियरों के हत्यारे बेटे को बचाने के लिए एक पिता ने बड़ा जोखिम उठाया है। नाबालिग आरोपी और उसके पिता दोनों ने अब सारा दोष अपने ड्राइवर के मत्थे मढ़ दिया है। वहीं ड्राइवर ने भी आगे बढ़कर सारा दोष खुद ही अपने सिर पर ले लिया है।
नाबालिग आरोपी ने मामले में अब ये दावा किया है, कि हादसे के समय उनका फैमिली ड्राइवर पोर्शे कार चला रहा था। हादसे के वक्त पोर्शे कार में मौजूद आरोपी के दो दोस्तों ने भी कहा है कि उनका दावा सही है।
इतना ही नहीं आरोपी के पिता का यह भी दावा है कि हादसे के वक्त उनका ड्राइवर पोर्शे कार चला रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल ने अपने बेटे से सहमति जताते हुए कहा कि हादसे के वक्त उनका घरेलू ड्राइवर कार चला रहा था। उसे केवल पॉर्शे कार चलाने के लिए नियुक्त किया गया है। इतना ही नहीं ड्राइवर ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है।
पुलिस पूछताछ के दौरान ड्राइवर ने अपने पहले बयान में कहा कि हादसे के वक्त वह पोर्शे कार चला रहा था।
पुलिस के मुताबिक विशाल अग्रवाल का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि पोर्शे कार हादसा कैसे हुआ, इस मामले में कौन सही है और कौन झूठ बोल रहा है। लड़के के दादा और उनके बेटे को आमने-सामने लाया गया क्योंकि मामले से जुड़े कुछ तथ्यों की पुष्टि की जानी थी।
अधिकारी ने कहा कि फोरेंसिक टीम ने दुर्घटना में शामिल पोर्शे कार का निरीक्षण किया है। मामले की जांच कर रहे अपराध शाखा के अधिकारियों ने आरोपी नाबालिग के दोस्त और पूर्व ड्राइवर से भी पूछताछ की।
मामले को लेकर अब कई तरह के सवाल उठ खडे़ हुए हैं। अगर एक्सीडेंट के समय पोर्शे कार को ड्राइवर चला रहा था, तो हादसे के बाद से अभी तक उसने और नाबालिग के पिता और परिवार ने ये बात क्ड्रायों छुपाए रखी। हादसे के चार दिनों बाद क्वयों अचानक से सामने आकर ड्रराइवर ने सारे आरोप अपने सर ले लिए या फिर किशोर का परिवार उसे बली का बकरा बना रहा ।
क्या है मामला?
दरअसल, रविवार सुबह पुणे के कल्याणी नगर में पोर्शे कार चला रहे एक नाबालिग ड्राइवर ने मोटरसाइकिल पर जा रहे दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को कुचल दिया, जिससे दोनों की मौत हो गई। पुलिस का दावा है कि किशोर शराब के नशे में कार चला रहा था। मृतकों में एक युवक और एक युवती शामिल हैं। इस मामले में आरोपी किशोर को बुधवार को जेजेबी यानी जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने सुधार गृह भेज दिया।