प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूरोप के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, जबकि वह जर्मनी और डेनमार्क के अपने दौरे को पूरा करने के बाद आज फ्रांस के दौरे पर जायेंगे। पीएम मोदी फ्रांस की राजधानी पेरिस में राष्ट्रपति मैक्रों के साथ बैठक करेंगे। बता दें, अभी एक हफ्ते पहले ही इमैनुएल मैक्रों फिर से इस पद के लिए चुने गए हैं।
आइसलैंड के पीएम से मिले मोदी-
पीएम मोदी ने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में आइसलैंड की पीएम कैटरीन याकोबस्डोटिर के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने विशेष रूप से भू-तापीय ऊर्जा, अर्थव्यवस्था, वास्तुकला, नवीकरणीय ऊर्जा, मत्स्य पालन, खाद्य प्रसंस्करण, शिक्षा और संस्कृति और डिजिटल विश्वविद्यालयों के क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की हैं।
Ánægjulegt að hafa hitt PM @katrinjak. Við ræddum samskipti Indlands og Íslands, sérstaklega sameiginlegt samstarf okkar í heilbrigðisþjónustu, endurnýjanlegri orku, sjávarútvegi og fleira. pic.twitter.com/om6xcGuwqR
— Narendra Modi (@narendramodi) May 4, 2022
इसके अलावा, पीएम मोदी ने लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए पीएम कैटरीन के व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना की और उन्हें इस संबंध में भारत की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी। भारत-ईएफटीए व्यापार वार्ता में तेजी लाने पर भी चर्चा हुई। साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर भी चर्चा हुई।
नॉर्वे के पीएम जोनास गहर स्टोर से मिले मोदी-
फ्रांस की राजधानी पेरिस के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कोपेनहेगन में नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला और विकास सहयोग को गहरा करने पर चर्चा की।
Vi hadde et produktivt møte med Norges statsminister @jonasgahrstore. Samtalene våre inkluderte blant annet å fremme samarbeid innen sektorer som blå økonomi, ren energi, romfart og helsetjenester mellom våre land . pic.twitter.com/nG80UQ42xv
— Narendra Modi (@narendramodi) May 4, 2022
पेरिस रवाना होने से पहले दूसरे इंडो-नॉर्डिक समिट में शामिल होंगे मोदी-
पीएम मोदी बुधवार को डेनमार्क, फिनलैंड, नॉर्वे, स्वीडन और आइसलैंड के प्रधानमंत्रियों के साथ दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। सम्मेलन में पीएम मोदी नॉर्डिक देशों के साथ जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा और नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे।