कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायबरेली से नामांकन दाखिल कर दिया है। वहीं किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी से कांग्रेस के टिकट पर अपना नामांकन दाखिल किया। राहुल गांधी के नामांकन दाखिल करते समय सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मौजूद रहे। राहुल गांधी के अमेठी सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद सियासत भी तेज हो गई है। संजय निरुपम ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हार के डर से अमेठी से भाग गए हैं। इसका कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बुरा असर पड़ेगा।
वहीं अमेठी से बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर रायबरेली से चुनाव लड़ने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने हार स्वीकार कर ली है। राहुल गांधी के नामांकन पर पीएम मोदी ने कहा कि, मैंने पहले ही कहा था कि शहजादे वायनाड में हार के डर से अपने लिए दूसरी सीट तलाश रहे हैं। अब उन्हें अमेठी से भागकर रायबरेली सीट चुनी। ये लोग घूम-घूम कर सबको कहते हैं - डरो मत! मैं उनसे भी यही कहूंगा - डरो मत! भागो मत! इसे लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, ''राहुल गांधी वायनाड से हार रहे हैं और इसीलिए वह रायबरेली से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पहले उन्होंने अमेठी से हार मान ली, अब वे वायनाड से भाग रहे हैं।
हालात ऐसे हैं कि कांग्रेस का कोई भी व्यक्ति कांग्रेस की पारंपरिक सीट अमेठी से चुनाव नहीं लड़ना चाहता, राहुल गांधी को भी रायबरेली छोड़ना होगा और जनता उन्हें करारा जवाब देगी, वे रायबरेली में भी हारेंगे। वहीं अमेठी से किशोरी लाल शर्मा को उम्मीदवार बनाए जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने कहा कि हमें कोई निराशा नहीं है। हम यहां से जरूर जीतेंगे। किशोरी लाल शर्मा भी अब (गांधी) परिवार का हिस्सा हैं। उन्होंने 30-35 साल तक अमेठी में गांधी परिवार के लिए काम किया है. कार्यकर्ताओं में कोई नाराजगी नहीं है। शर्मा के नामांकन के लिए गांधी परिवार भी मौजूद रहा। यहां प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे शर्मा के नामंकन में मौजूद रहे।
दरअसल अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस किसे मैदान में उतारेगी इसे लेकर संशय बरकरारा था। पहले ये ख़बरें चल रही थीं, कि राहुल अमेठी और प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी। लेकिन प्रियंका गांधी के चुनाव लडने से इनकार करने के बाद उनका राजनीतिक डेब्यू फिलहाल टल गया है।