राज्यसभा की 15 सीटों पर मंगलवार सुबह 9 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। जिन सीटों पर चुनाव है वे उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में हैं। सबसे ज्यादा फोकस उत्तरप्रदेश पर है। यहाँ राष्ट्रीय लोकदल ( RLD) के सभी 9 विधायकों ने भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया है।
राष्ट्रीय लोकदल ने अपनी सोशल मीडिया पर बताया कि पार्टी के सभी 9 विधायकों ने एकसाथ, एकमत होकर भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशी संजय सेठ जी को वोट किया। राष्ट्रीय लोकदल का वोट किसान, नौजवान, गरीब, महिलाओं के हक में है। हर वोट भारत रत्न चौधरी चरण सिंह जी के विचारों से प्रभावित और प्रेरित है।
RLD की ओर से आगे लिखा गया कि सभी माननीय विधायकों का धन्यवाद है जिन्होंने देश की मूल भावना के प्रति, चौधरी साहब के आदर्शों, मानकों और उनके सपनों के प्रति अपनी कड़ी मुहर लगाई है। बड़ी बात यह है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को 'भारत रत्न' से नवाजा है। इसके बाद RLD प्रमुख जयंत चौधरी ने सपा का साथ छोड़ दिया था।
वहीं मतदान से ठीक पहले एक बड़े घटनाक्रम में यूपी में सपा के चीफ व्हिप और विधायक मनोज कुमार पांडे ने इस्तीफा दे दिया। मनोज पांडेय के इस्तीफे के साथ ही दो अन्य विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग की आशंका से सपा का गणित बिगड़ सकता है। नामांकन के आखिरी दिन भाजपा ने उत्तर प्रदेश से 8वां प्रत्याशी संजय सिंह को उतार दिया था। इससे मुकाबला रोचक हो गया है।
इससे पहले सपा ने शाम सभी विधायकों की बैठक बुलाई थी। विधायकों के लिए डिनर आयोजित किया था, लेकिन 8 विधायक बैठक और डिनर में शामिल नहीं हुए। इनमें चायल विधायक पूजा पाल, गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह, गोसाईगंज विधायक अभय सिंह, अमेठी विधायक महाराजी देवी, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी, ऊंचाहार विधायक मनोज पांडेय, सिराथू विधायक पल्लवी पटेल और अंबेडकरनगर विधायक राकेश पांडेय शामिल हैं।
यूपी की 10 सीटों के लिए 11 तो कर्नाटक की 4 सीटों के लिए 5 उम्मीदवार हैं। हिमाचल की 1 सीट पर भी 2 उम्मीदवार हैं, लेकिन यहां कांग्रेस के पास संख्याबल है। ऐसे में यहां मुकाबला कड़ा होने की बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है। तीनों ही राज्यों में क्रॉस वोटिंग की आशंका है। वजह है- 15 सीटों पर 18 कैंडिडेट मैदान में हैं।