चार बार मुख्यमंत्री और छह बार सांसद रह चुके शिवराज सिंह चौहान देश के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री बन गये हैं। इसके अलावा उन्हें ग्रामीण विकास मंत्रालय भी सौंपा गया है। मंत्रालय मिलते ही शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश भवन में मंत्रालय के अधिकारियों की पहली बैठक बुलाई। माना जा रहा है, कि शिवराज किसानों को लेकर कोई बड़ा ऐलान भी कर सकते हैं।
शिवराज 1990 में पहली बार बुधनी से जीतकर विधायक बने। 1996 में 11वीं लोकसभा चुनाव में वह सांसद भी बने और मानव संसाधन विकास मंत्रालय में सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद वह 1996 से 1997 तक मध्य प्रदेश में पार्टी के महासचिव के पद पर रहे।
दिसंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद भी शिवराज सिंह को राज्य का मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया और केंद्र ने मोहन यादव को मौका दिया। उनके नेतृत्व में बीजेपी ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में भारी बहुमत हासिल किया।
एमपी में मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने के बाद उसी समय से अटकलें शुरू हो गई थीं कि केंद्रीय नेतृत्व अब शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली लाना चाहता है। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर विदिशा से चुनाव लड़े और 8,17,429 वोटों के अंतर से शानदार जीत दर्ज की।