इन दिनों इंदौर के राजा रघुवंशी केस को लेकर प्रदेश से लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। अब इस केस में एक बड़ा खुलासा हुआ है। राजा रघुवंशी की नवविवाहिता सोनम ही उनकी कातिल निकली।
सोनम रघुवंशी जिसने महज 28 दिन पहले राजा रघुवंशी संग सात फेरे लिए, उनके नाल का सिंदूर लगाया और फिर 20 मई को अपने पति राजा रघुवंशी के साथ हनीमून पर शिलांग चली गई। लेकिन वहां से आई खबर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। राजा का शव गहरे गड्ढे में मिला और सोनम लापता हो गई।
अब 17 दिन बाद इस कहानी में एक बड़ा मोड़ आ गया है। सोनम को जिंदा बरामद किया गया, पुलिस ने उसे यूपी के गाजीपुर से हिरासत में लिया और इस दौरान हुए खुलासे ने सभी को चौंकाकर रख दिया। सूत्रों के मुताबिक सोनम का पहले से ही किसी दूसरे शख्स से अफेयर चल रहा था और इसी वजह से उसके पति राजा की हत्या की साजिश रची। राजा को फंसाकर शिलांग ले जाया गया, जहां उसकी योजनाबद्ध तरीके से हत्या कर दी गई।
11 मई को शादी, 20 मई को हनीमून और 23 मई को हत्या राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हिंदू रीति-रिवाज से हुई। परिवार खुश था, रिश्तेदारों ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया और 20 मई को दोनों हनीमून के लिए शिलांग रवाना हो गए। 22 मई को दंपत्ति नोंग्रियाट गांव में शिप्रा होमस्टे में रुके। अगले दिन सुबह 6 बजे वे चेक इन हुए और तब से उनके दोनों मोबाइल बंद थे।
24 मई को मावलखियाट से करीब 25 किलोमीटर दूर ओसरा हिल्स की एक पार्किंग में स्कूटी लावारिस हालत में मिली। इसके बाद जंगल से राजा और सोनम का सामान बरामद हुआ और 2 जून को राजा का शव वेइसवाडोंग झरने के पास एक गहरी खाई में मिला। उसके हाथ पर बने टैटू से उसकी पहचान हुई।
सोनम 9 जून को सुबह 3 से 4 बजे के बीच गाजीपुर के नंदगंज इलाके में एक ढाबे पर पहुंची। वहां से उसने ढाबा संचालक का फोन लिया और अपने भाई को वीडियो कॉल करके बताया कि वह गाजीपुर में है। भाई ने तुरंत इंदौर पुलिस को सूचना दी, जिसने गाजीपुर पुलिस से संपर्क किया। पुलिस मौके पर पहुंची और सोनम को मेडिकल जांच के लिए वन स्टॉप सेंटर में रखा गया। जांच में किसी तरह की चोट या मारपीट के निशान नहीं मिले।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोनम का एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो शादी से पहले से ही सक्रिय था। शादी के बाद भी दोनों संपर्क में रहे। सोनम ने राजा को खत्म करने की साजिश रची और अपने प्रेमी के साथ मिलकर शिलांग में हत्या को अंजाम दिया। राजा की हत्या में कुल चार लोग शामिल थे। इनमें से तीन को इंदौर से गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक आरोपी उत्तर प्रदेश का है और फिलहाल फरार है। मेघालय के डीजीपी एल. नोंग्रांग ने पुष्टि की है कि इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की हत्या में उसकी पत्नी सोनम समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गाजीपुर से हिरासत में ली गई सोनम से पूछताछ की जा रही है।
22 मई को शिलांग के एक होटल के बाहर सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें सोनम और राजा एक बैग लेकर स्कूटी पर आते दिख रहे हैं। यह वही स्कूटी है जो बाद में लावारिस हालत में मिली थी। इसके अलावा सोनम ने आखिरी बार 23 मई को दोपहर डेढ़ बजे राजा की मां उमा देवी से बात की थी। कॉल में सोनम ने कहा था, "मां, वे मुझे जंगलों में घुमाने ले जा रहे हैं, हम झरना देखने आए हैं..." आधे घंटे बाद फोन बंद हो गया। ऑडियो कॉल में सोनम मासूमियत से उपवास, खाने की शिकायत और सांस लेने में तकलीफ की बात कर रही है। लेकिन अब उसी सोनम पर हत्या का आरोप है।
इस बीच सोनम की मां संगीता सोनम का भी बयान आया है। एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि वो मिल गई। ये भी दुख है, वो भी दुख है। लेकिन अब हमें राजा के हत्यारे को ढूंढना है।
संगीता ने कहा कि क्या सच है और क्या झूठ, ये तो जांच से ही पता चलेगा। मैं क्या कह सकती हूं। बेटी तो मिल गई है लेकिन सच क्या है। अब हमें आगे की बातों का सामना करना है। फिलहाल इंदौर पुलिस के साथ शिलांग पुलिस भी गाजीपुर पहुंच रही है।