IND vs BAN: बांग्लादेश दौरे पर टीम इंडिया को एक के बाद एक कई झटके लगे हैं। बुधवार को मीरपुर में खेले गए दूसरे वनडे में टीम इंडिया को 5 रन से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में मिली हार के बाद टीम इंडिया सीरीज भी हार गई है। बांग्लादेश तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 से आगे है। इस मैच के बाद हर जगह टीम की आलोचना हो रही है।
भारतीय टीम का प्रदर्शन खराब होता जा रहा है और बांग्लादेश ही नहीं टीम को इससे पहले न्यूजीलैंड दौरे पर भी हार का सामना करना पड़ा था। पिछली बार जब टीम ने 2011 में विश्व कप जीता था, तब सहवाग ने टीम के प्रदर्शन पर ताना मारने के लिए रोने-धोने का सहारा लिया था। अब सहवाग ने टीम प्रबंधन को भी जाग्रत होकर इस बारे में गहराई से सोचने का निर्देश दिया है।
सहवाग ने टीम के प्रदर्शन को लेकर एक ट्वीट किया है, उन्होंने ये लिखा है, कि 'क्रिप्टो से भी तेज गिर रहा टीम का प्रदर्शन, अब जागने और सोचने की जरूरत है। वहीं टीम इंडिया के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ वेंकटेश प्रसाद ने ट्वीट करके लिखा है, भारत दुनिया भर में इतने सारे क्षेत्रों में नवाचार कर रहा है। लेकिन जब सीमित ओवरों की क्रिकेट खेलने की बात आती है तो हमारा नजरिया एक दशक पुराना है।
2015 WC के पहले दौर से बाहर होने के बाद इंग्लैंड ने कठिन फैसले लिए और एक ऐसी रोमांचक टीम बन गई, भारत को अब कठिन फैसले लेने की जरूरत है और दृष्टिकोण में भारी परिवर्तन करें। हमने IPL शुरू होने के बाद से एक भी T20 विश्व कप नहीं जीता है और पिछले 5 साल ODI में कमजोर द्विपक्षीय जीत के अलावा खराब रहे हैं। बहुत लंबे समय से हमने अपनी गलतियों से नहीं सीखा है, सीमित ओवरों के क्रिकेट में एक रोमांचक टीम बनना तो दूर की बात है।
वहीं कैप्टन रोहित शर्मा ने टीम के प्रदर्शन पर कहा है, कि भारत आधे फिट खिलाड़ियों का खर्च नहीं उठा सकता। हार के बाद रोहित ने कहा कि शायद खिलाड़ी कुछ ज्यादा ही क्रिकेट खेल रहे हैं। यह कुछ ऐसा है कि हमें एनसीए में अपनी टीम के साथ बैठना होगा और उनके वर्कलोड को नापने की कोशिश करनी होगी। रोहित ने कहा- भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले आधे फिट खिलाड़ियों को अफोर्ड नहीं किया जा सकता।
बता दें कि इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश ने 271 रन का टारगेट दिया था, जिसका पीछा करते हुए भारतीय टीम ताश कगे पत्तों की तरह बिखर गई, हालांकि अंत में 9वें नंबर पर उतरे रोहित शर्मा ने काफी कोशिश की लेकिन वह भी असफल ही रहे। हालांकि उन्होंने 50 रन की तूफानी पारी खेली।