दिल्ली-एनसीआर के करीब 100 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक धमकी रूसी ई-मेल से भेजी गई है। यह ई-मेल रूसी सर्वर से सुबह 5:36 बजे भेजा गया था।
दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता, फायर टेंडर और एंबुलेंस सभी स्कूलों में पहुंच गए हैं। बम की तलाश की जा रही है। ई-मेल भेजने वाले का भी पता लगाया जा रहा है।
100 स्कूलों - डीपीएस द्वारका, डीपीएस वसंत कुंज, डीपीएस नोएडा, डीपीएस रोहिणी, ग्रीन वैली नजफगढ़, डीएवी पीतमपुरा, मदर मैरी स्कूल मयूर विहार, संकृष्णा स्कूल, डीएवी साउथ वेस्ट और एमिटी साकेत को भेजे गए मेल में नाम सामने आए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 100 स्कूलों को धमकी भरा मेल भेजा गया है।
गृह मंत्रालय की ओर से ये कहा गया है, कि - घबराने की जरूरत नहीं। सुरक्षा एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं। प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई की जा रही है। यह झूठी धमकी हो सकती है।
अब तक उठाए गए कदम..
1. धमकी मिलने के बाद स्कूलों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी।
2. पुलिस साइबर सेल ने मेल ट्रैक करने के लिए टीमें तैनात कीं।
3. किसी खतरे के बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए जाते हैं।
4. स्कूलों को खाली करा लिया गया है, बच्चों को घर भेज दिया गया है.
5. अभी तक टीमों को कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
6. पुलिस और प्रशासन ने अभिभावकों को चिंता न करने की सलाह दी. कहा कि सुरक्षा के सभी उपाय किये जा रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को शक है कि भेजे गए सभी मेल एक ही आईपी एड्रेस से आए हैं। सभी स्कूलों को इसी पैटर्न का मेल भेजा गया है। साइबर सेल के मुताबिक, सर्वर रशियन था।
डीपीएस नोएडा की प्रिंसिपल कामिनी ने कहा- हमें मेल मिला है। हम जोखिम नहीं ले सकते। हमने पुलिस को सूचना दी है। अभिभावकों को भी सूचना दी गयी। स्कूल आए विद्यार्थियों को वापस भेज दिया गया। जो लोग रास्ते में थे या नहीं आये थे, उन्हें प्रवेश से मना कर दिया गया।
द्वारका डीपीएस में पढ़ने वाले एक छात्र के पिता ने बताया कि जब स्कूल बस बस स्टॉप पर पहुंची तो हमें छुट्टी होने का मैसेज मिला। पहले तो हमें कोई जानकारी नहीं थी, फिर पता चला कि बम होने की धमकी मिली है। पिछले साल भी डीपीएस मथुरा रोड पर बम होने की धमकी मिली थी। बाद में यह झूठी धमकी निकली।
मयूर विहार स्थित मदर मैरी स्कूल की एक छात्रा के माता-पिता ने कहा- आज उनकी बेटी का पेपर था और हमें सुबह करीब 6.30 बजे फोन पर स्कूल बंद होने की सूचना दी गई। इसके बाद भगदड़ मच गई। हम चाहते हैं कि यह धमकी झूठी हो और बच्चे डरें नहीं।