कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बुधवार को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ के लिए माफी मांगी, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई। यह घटना रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) द्वारा 3 जून को अपनी पहली IPL ट्रॉफी जीत का जश्न मनाने के बाद हुई।
डीके शिवकुमार ने खेद व्यक्त करते हे कहा, “ऐसा नहीं होना चाहिए था और हमें इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं थी... स्टेडियम की क्षमता 35,000 है, लेकिन वहां 3 लाख से ज़्यादा लोग थे... (स्टेडियम) के गेट तोड़ दिए गए... हम इस घटना के लिए माफ़ी मांगते हैं... हम तथ्य जानना चाहते हैं और एक स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं।”
डीके शिवकुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर इस घटना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "भाजपा दोहरे मापदंड अपना रही है। भाजपा राजनीति कर रही है...हम इस घटना से बहुत दुखी हैं। हम भविष्य में इसका बेहतर समाधान निकालेंगे।"
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि दुर्घटना के बाद कल के लिए निर्धारित सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। कहा जा रहा है, कि “कैबिनेट बैठक को छोड़कर सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।”
इससे पहले मंगलवार को डीके शिवकुमार ने कहा था कि वह चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई दुर्घटना में घायलों और शोकाकुल लोगों से मिलने बोरिंग अस्पताल गए थे।
उन्होंने कहा, "पीड़ितों की पीड़ा देखकर और इन कठिन क्षणों में उनसे बात करके मुझे बहुत दुख हुआ।" उन्होंने कहा कि उन्होंने “उन्हें सरकार की ओर से सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सेवा और पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया है।”
डीके शिवकुमार ने 4 जून को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "हमारा गर्व और जुनून हमेशा खुशी लेकर आए, खतरे नहीं। जीवन सबसे ऊपर है।" मैं सभी से सुरक्षित रहने और सुरक्षित घर पहुंचने का अनुरोध करता हूं।"
कर्नाटक सरकार ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और कहा कि सरकार घायलों को मुफ्त इलाज भी मुहैया कराएगी। "विश्व पर्यावरण दिवस सहित कोई भी समारोह नहीं होगा..."
मुख्यमंत्री ने कहा, "विजय समारोह के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ। यह चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुआ। सरकार ने मृतकों के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। सरकार घायलों को मुफ्त इलाज मुहैया कराएगी।'' घटना पर गहरा दुख जताते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ''भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए। यह दुर्घटना नहीं होनी चाहिए थी। सरकार इस घटना पर गहरा दुख जताती है।''
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उन्होंने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ''मैं इस घटना का बचाव नहीं करना चाहता। ''हमारी सरकार इस पर राजनीति नहीं करेगी। मैंने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और 15 दिन का समय दिया है। लोगों ने स्टेडियम के दरवाजे भी तोड़ दिए। भगदड़ मच गई। किसी को इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं थी। स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 35,000 लोगों की है, लेकिन 2-3 लाख लोग आए।''