न्यूजीलैंड टीम का एक और धमाका, नाम से ज्यादा, काम के मायने..आलोक गोस्वामी


स्टोरी हाइलाइट्स

2019 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में दिल जीत कर मैच गंवाने वाली न्यूजीलैंड ने एक बार फिर धमाका कर दिया। 2021 टी-20 वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को रोमांचक मुकाबले में मात दे कर 2 साल पुराना हिसाब किताब बराबर कर लिया है...

2019 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में दिल जीत कर मैच गंवाने वाली न्यूजीलैंड ने एक बार फिर धमाका कर दिया। 2021 टी-20 वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को रोमांचक मुकाबले में मात दे कर 2 साल पुराना हिसाब किताब बराबर कर लिया है। वैसे 2019 आलोक गोस्वामी खेल विश्लेषक वनडे फाइनल की हार भले ही न्यूजीलैंड को झेलना पड़ी थी, लेकिन पूरे क्रिकेट जगत ने उस हार की वजह आईसीसी के विवादित नियम को माना था।

दरअसल मैच और फिर सुपर ओवर के टाई होने पर ज्यादा चौकों, छक्कों की वजह से इंग्लैंड •टीम विजेता रही थी। हालांकि तमाम आलोचनाओं को झेलने के बाद आईसीसी को भी वह नियम बदलना पड़ा था। अब अगर हम बात इस टी-20 वर्ल्डकप की करें, शायद किसी ने भी यह अनुमान नहीं लगाया होगा कि न्यूजीलैंड टीम का सफर खिताबी मुकाबले तक रहेगा। सुपर 12 के पहले मुकाबले में पाकिस्तान से मिली हार के बाद न्यूजीलैंडने जबरदस्त वापसी करते हुए फाइनल का यह मुकामहासिल कर लिया है।

सच तो यह है दो सालों में लगातार आईसीसी के तीनों फॉर्मेट की खिताबी जंग का हिस्सा बनना उसकी काबिलियत बयां करता है। पिछले कई सालों से जहां सभी देश अलग अलग फॉर्मेट के अलग कप्तानों की राग अलापते रहे हैं, वहीं न्यूजीलैंड ने विलियमसन पर भरोसा जता कर इस फॉर्मूले को भी काफी हद तक झुठला दिया है। इसके साथ ही इस टीम ने इस बात का भी एहसास करा दिया है, कि क्रिकेट के मैदान में नाम से ज्यादा काम के मायने होते हैं।

इस बात को हम इस तरह भी जान सकते हैं, कि विलियमसन की अंतिम एकादश में आईपीएल के लिए बेंगलुरु टीम के 15 करोड़ में खरीदे गये कायल जेमिसन को न्यूजीलैंड टीम ने अभी तक मैदान में भी नहीं उतारा है। न्यूजीलैंड टीम की खासियत यही है कि वह कभी भी अपने दिग्गजों मात्र के दम पर फतह हासिल नहीं करती, उसकी जीत में ज्यादातर पूरी टीम का योगदान ही रहता है। ऐसा ही कुछ नजारा बुधवार को हुए पहले सेमीफाइनल में भी देखने को मिला जब टी 20 के सितारों से सजी इंग्लैंड टीम ने जब न्यूजीलैंड को 167 रनों का टारगेट दिया था।

इसके बाद ऐसा माना जा रहा कि न्यूजीलैंड को अगर फाइनल में जगह बनानी है तो फिर उसके दो दिग्गज गुप्टिल और कप्तान विलियमसन को यह जिम्मेदारी निभानी होगी। वहीं जब यह दोनों बड़े बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन में चले गये तो सभी को लगा कि न्यूजीलैंड की वापसी मुश्किल है। लेकिन एक हारे हुए मैच को न्यूजीलैंड के जांबाजों ने आखिरी ओवर्स में पूरी तरह से पलट दिया। जब आखिरी चार ओवर्स में न्यूजीलैंड को 57 रनों की जरूरत थी, तब शायद ही किसी ने यह सोचा होगा कि मैच का रिजल्ट एक ओवर पहले ही निकल जायेगा। लेकिन जेम्स नीशाम और मैच के हीरो डेरिल मिचेल की 3 ओवरों की तूफानी बल्लेबाजी ने इंग्लैंड टीम के अरमानों को तहस नहस कर दिया।

एक हारे हुए मैच में इंग्लैंड को हराकर फाइनल में जगह बना चुकी न्यूजीलैंड की टीम टी-20 वर्ल्ड कप जीतने से सिर्फ एक कदम दूर है। यह तो वक्त ही बतायेगा कि वनडे और टेस्ट मैच की चैंपियन न्यूजीलैंड इस फॉर्मेट में यह कारनामा कर पाती है या नहीं। लेकिन इस टीम के प्रदर्शन ने एक बात तय कर दी है कि क्रिकेट के मैदान में नाम से ज्यादा काम के मायने होते हैं, और सिर्फ नाम की बदौलत सफलता हासिल नहीं की जा सकती है। यह सभी टीमों के लिए एक बड़ा सबक भी कहा जा सकता है।