राजस्थान की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बैठक आज शाम पांच बजे होगी. बताया जा रहा है कि इस बैठक में गहलोत सरकार की कैबिनेट के सभी मंत्री अपना इस्तीफा सौंपेंगे. कैबिनेट बैठक के बाद अशोक गहलोत के राज्यपाल से मिलने की भी उम्मीद है.
Whoever wished to work for the organization, came forward & gave their resignations. No more ministers are going to resign, they would've come forward if they wanted to, till now: Rajasthan Minister Pratap Khachariyawas, in Jaipur pic.twitter.com/TattE1bCxk
— ANI (@ANI) November 20, 2021
इससे पहले, तीन कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था और मुख्यमंत्री ने इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया था. इस्तीफा देने वालों में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह दोतसारा, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी शामिल हैं. तीनों मंत्रियों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पहले पत्र लिखकर इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी.
Jaipur | Keeping the 'Ek Pad Ek Vyakti' discipline of the Congress party, we have given our resignations to party president Sonia Gandhi. The cabinet meeting will be at 5 PM, today: Rajasthan Minister Govind Singh Dotasra pic.twitter.com/F2wucyBI4c
— ANI (@ANI) November 20, 2021
उल्लेखनीय है कि इस्तीफे की घोषणा की जानकारी मंत्रियो ने नहीं बल्कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने की थी. कल शाम अचानक राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन के जयपुर पहुंचने के बाद कांग्रेस में यह अफवाह फैलने लगी कि सब कुछ ठीक नहीं है. माकन ने कहा, "गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है और वे पार्टी नेतृत्व के लिए काम करना चाहते हैं."
Jaipur, Rajasthan | The oath-taking ceremony of new ministers to take place at Governor's house tomorrow at 4 pm: Sources
— ANI (@ANI) November 20, 2021
हालांकि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सत्ता संघर्ष की राजनीतिक गलियारों में चर्चा जारी है. पिछले कई महीनों से सचिन पायलट के गुट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गुट के बीच अलग-अलग मौकों पर तकरार सामने आती रही है. पायलट समूह की मांग है कि आपको सत्ता में अवसर मिले. ऐसे में कैबिनेट में फेरबदल की संभावना है. तीन मंत्रियों के इस्तीफे के बाद अब कैबिनेट में 12 नए मंत्रियों को मौका मिलने का रास्ता खुला है. इसलिए गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की घोषणा जल्द होने की संभावना है.