Kim Jong Un : उत्तर कोरिया में किम जोंग उन की तानाशाही का एक और मंजर सामने आया है। खबर है कि नॉर्थ कोरिया की सरकार ने 30 नाबालिग छात्रों को सरेआम गोली मरवा दी। इन छात्रों का बस इतना कसूर था कि उन्होंने साउथ कोरिया में बने ड्रामा देखे थे, जिन्हें कोरियन ड्रामा या के-ड्रामा भी कहा जाता है।
किम जोंग की सरकार ने अपने देश में दक्षिण कोरियाई नाटकों और फिल्मों को देखने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह दावा दक्षिण कोरियाई समाचार आउटलेट चोसुन टीवी और कोरिया जोंगईंग डेली की रिपोर्ट में किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते कथित तौर पर नाटक देखने के लिए करीब 30 छात्रों को गोली मार दी गई थी।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि उन सभी की उम्र 19 साल से कम थी। जोंगएंग डेली के मुताबिक, घटना पिछले हफ्ते की है। चोसुन टीवी के मुताबिक, छात्रों ने पेन ड्राइव में मिले कई दक्षिण कोरियाई नाटक देखे। ये पेन ड्राइव पिछले महीने बैलून के जरिए उत्तर कोरिया भेजी गई थी।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि उत्तर कोरिया में जापानी, कोरियाई और अमेरिकी नाटक देखने पर प्रतिबंध है। वहां केवल रूसी सिनेमा या जो भी सरकार उचित समझती है, दिखाया जाता है। सरकार ने इस संबंध में दिसंबर 2020 में एक कानून लागू किया था। जिसके तहत दर्शकों को मौत की सज़ा और 15 साल तक की सज़ा का प्रावधान है।
किताबें, गाने और तस्वीरें भी इसके दायरे में आती हैं। पिछले महीने भी 17 साल से कम उम्र के 30 नाबालिगों को आजीवन कारावास और मौत की सजा सुनाई गई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जनवरी में दो कोरियाई नाबालिगों के पास यह वीडियो पाया गया था, जिसके बाद उन्हें 12 साल की कड़ी मेहनत की सजा सुनाई गई थी।
इस समय उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच काफी तनाव चल रहा है। साल की शुरुआत में, किम जोंग-उन ने दक्षिण कोरिया को अपना दुश्मन घोषित कर दिया था। जिसकी वजह से ये नाटक उत्तर कोरिया में प्रसारित नहीं किए जा सकते, लेकिन वे बहुत लोकप्रिय हैं। इसलिए यह पेन ड्राइव अवैध रूप से डिलीवर की गई, जो इन नाबालिगों की मौत का कारण बन गई।