बिहार की सियासत में एक बार फिर से बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। सियासी उठापटक के बीच एक बार फिर से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। नितीश के समर्थन पत्र पर सभी विधायकों के साइन ले लिए गए हैं। वहीं नितीश कुमार शाम को मार्च करते हुए सभी विधायकों के साथ वे राजभवन जाएंगे।
बड़ी बात यह है कि नितीश और राजद की नजदीकियां बीते कई दिनों से सामने आ रही थीं। रमजान में राबड़ी देवी द्वारा दिए अफ्तार के बाद ही यह बात सामने आने लगी थी कि नितीश अब राजद के साथ जाने की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं और अब मुहर्रम के दिन नितीश और राजद मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं।
बिहार में अब सब तय हो गया है। नए गठबंधन में नितीश कुमार के पास 160 विधायकों का समर्थन है। वहीं सरकार में बहुमत पाने के लिए 243 में से केवल 122 विधायकों के ही समर्थन की आवश्यकता है। बिहार की राजनीति में नितीश 2013 के बाद तीसरी बार पलटे हैं।
ये भी कयास लगाए जा रहे हैं, कि नितीश सीएम के पद पर 10 महीने तक ही रहेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में नितीश महागठबंधन का चेहरा बने रहेंगे अभी यह तय नहीं है। इस बार तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री बन सकते हैं।