विंडीज दौरे पर 12.99 फीसदी रन ही बना सके भारतीय विकेटकीपर्स


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स्टोरी हाइलाइट्स

2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 टी-20 मुकाबलों में भारतीय बैटर्स ने 2,370 रन बनाए..!

वेस्टइंडीज दौरा युवा विकेटकीपर ईशा किशन और अनुभवी संजू सैमसन के लिए निराशाजनक रहा । संजू तो बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज महज 13 रन ही बना सके। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्या ईशान और संजू ने ऋषभ पंत का विकल्प बनने का मौका गंवा दिया है। सैमसन और किशन के प्रदर्शन का अंदाजा भारतीय टीम के वेस्टइंडीज दौरे के प्रदर्शन से लगाया जा सकता है। 2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 टी-20 मुकाबलों में भारतीय बैटर्स कुल 2,370 रन बनाए। इनमें से 308 रन भारतीय विकेटकीपर्स ने बनाए । जो महज 12 फीसदी है। दौरे में सबसे ज्यादा 1,295 रन टॉप ऑर्डर, 635 रन मिडिल ऑर्डर और 395 रन लोअर मिडिल ऑर्डर ने बनाए। बतौर विकेटकीपर किशन ने 7 मुकाबलों में 49.16 के एवरेज से 295 रन बनाए, जबकि सैमसन 3 मुकाबलों में 13 रन ही बना सके।

ईशान को टेस्ट, वनडे और टी-20 में मौके

पंत की जगह सिलेक्टर्स की पहली पसंद ईशान किशन रहे हैं। बतौर विकेटकीपर किशन को तीनों फॉर्मेट में 16 मौके दिए गए, लेकिन परिणाम उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे। ईशान ने पंत के चोटिल होने के बाद 2 टेस्ट, 6 वनडे और 8 टी-20 इंटरनेशनल खेले हैं, लेकिन उनके बल्ले से कुल 389 रन ही निकले। इस दौरान उनका एवरेज 27.78 का रहा। किशन ने 4 अर्धशतक जमाए। 

वे इस साल आजमाए विकेटकीपर्स की सूची में टॉप पर रहे। इस सूची में दूसरा नंबर केएल राहुल का रहा। राहुल ने 6 मुकाबलों में 77.66 के एवरेज से 2 फिफ्टी समेत 226 रन बनाए। केएल भरत 5 टी-20 में 18.42 के एवरेज से 129 रन बनाकर तीसरे और संजू सैमसन 3 मैच में 13 के एवरेज से 13 रन ही बना सके।

जितेश का दावा मजबूत, जुरैल भी रेस में

किशन संजू के फेल होने के बाद सवाल यह है कि पंत के बाद टीम इंडिया का अगला विकेटकीपर कौन होगा। इस पोजिशन के लिए फिलहाल जितेश शर्मा का दावा मजबूत दिख रहा है। उन्हें एशियाड के लिए चुनी गई टीम इंडिया में मौका भी दिया गया है। जितेश ने तीनों फॉर्मेट के घरेलू मुकाबलों में करीब 4078 रन बनाएं हैं। इस रेस में युवा ध्रुव जुरैल का भी नाम है। हालांकि जुरैल के आंकड़े उतने अच्छे नहीं हैं, लेकिन उनके खेल में गहराई नजर आ रही है। ध्रुव ने तीनों फॉर्मेट के डोमेस्टिक मुकाबलों में 869 रन बनाए हैं। 

पंत के कार एक्सीडेंट के बाद टीम इंडिया के सामने वर्ल्ड कप ईयर में विकेटकीपर्स की समस्या खड़ी हो गई। सिलेक्टर्स ने 4 विकेटकीपर्स आजमाए, लेकिन अब तक पंत का विकल्प नहीं खोज पाए हैं। ऐसे में एशिया कप और वर्ल्ड कप जैसी अहम प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम को कामचलाऊ विकेटकीपर्स के साथ उतरना पड़ सकता है, हालांकि यह पंत की फिटनेस पर निर्भर करेगा।