मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा ज़िला अस्पताल के एक ट्रेनी डॉक्टर का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में ट्रेनी डॉक्टर छात्रों को माफिया और नेता बनने की सलाह देते नज़र आ रहे हैं। उन्होंने कहा, "डॉक्टर बनकर क्या करोगे? हमें तनख्वाह नहीं मिल रही है। चरस-गांजा- बेचो, 30-40 करोड़ अंदर करो, फिर पार्षद या विधायक का चुनाव लड़ो। फिर तो बस पैसा ही पैसा है।"
दरअसल, कुछ स्पूली छात्र एमएलसी के लिए ज़िला अस्पताल आए थे। इसी दौरान उनकी बातचीत ट्रेनी डॉक्टर सानिध्य दुबे से शुरू हुई। इस दौरान डॉक्टर ने पूछा, "तुम लोग पढ़ाई के बाद क्या बनना चाहते हो?" एक लड़के ने अपनी महत्वाकांक्षा ज़ाहिर करते हुए कहा कि वह डॉक्टर बनना चाहता है।
डॉ. दुबे ने मज़ाक में ही, लेकिन अपमानजनक लहजे में कहा, "अरे, डॉक्टर बनकर क्या करोगे? यहाँ एक भी सीट खाली नहीं है। हम सब यहीं बैठे हैं। हमें कोई तनख्वाह नहीं मिल रही। इससे अच्छा है कि माफिया बन जाओ, चरस-गांजा बेचो और पैसे कमाओ। पूरी दुनिया तुम्हारे अधीन काम करेगी। फिर 6-8 महीने में 30-40 करोड़ रुपये जमा करो और विधायक या पार्षद का चुनाव लड़ो। तब पैसे ही पैसे होंगे!"
ये सारी बातचीत वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर ली। लगभग 45 सेकेंड का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें डॉ. दुबे का चेहरा साफ़ दिखाई दे रहा है। इस मामले में सीएमएचओ ने डॉ. सानिध्य दुबे को नोटिस जारी किया है और सरकार से उन्हें हटाने की सिफ़ारिश भी की है।
छिंदवाड़ा के सीएमएचओ डॉ. नरेश गोनाडे ने कहा, "हाँ, ये डॉक्टर वहीं हैं। कुछ युवकों को एमएलसी के लिए लाया गया था। किसी ने वहाँ वीडियो बना लिया और अब यह वायरल हो रहा है। हमने वीडियो देखा है और प्रशासन को इसकी जानकारी है। हमने उन्हें नोटिस जारी कर दिया है और उन्हें हटाने के लिए सरकार को पत्र लिखा है।"
सीएमएचओ ने बताया कि उनकी नियुक्तियाँ सीधे एनएचएम भोपाल द्वारा की जाती हैं। उनका व्यवहार अवैध और अशोभनीय है। यह सरकार के लिए हानिकारक है, इसलिए उन्हें हटाने के लिए सरकार से सिफ़ारिश की गई है।