श्रद्धा के शव के 10 टुकड़े मिले: हत्या के बाद दूसरी लड़की को लाया था आफताब, पिता का शक लव जिहाद


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स्टोरी हाइलाइट्स

हत्या से पहले वह शव को आसानी से ठिकाने लगाने के लिए जंगल के पास एक फ्लैट में शिफ्ट हो गया था..!

श्रद्धा हत्याकांड में मंगलवार को भी चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने बताया कि श्रद्धा और आफताब आठ मई को दिल्ली आए थे। उसके केवल 10 दिन बाद ही यानी कि 18 मई को श्रद्धा की हत्या कर दी गई थी।

हत्या से पहले वह शव को आसानी से ठिकाने लगाने के लिए जंगल के पास एक फ्लैट में शिफ्ट हो गया था। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि श्रद्धा के मर्डर के बाद आफताब उसी फ्लैट में एक और लड़की को भी लेकर आया था।

श्रद्धा मर्डर केस से बड़ा अपडेट...

श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब को लेकर दिल्ली पुलिस महरौली के जंगल में गई, जहां पर आफताब ने श्रद्धा के शरीर के टुकड़े फेंके थे। अभी तक पुलिस को 10 टुकड़े मिल चुके हैं।
श्रद्धा के सिर और शरीर के अन्य अंगों की तलाश की जा रही है। फॉरेंसिक विशेषज्ञ अब मिले हुए टुकड़ों की जांच करेंगे। 

आफताब ने श्रद्धा का फोन भी फेंक दिया था। पुलिस ने कहा कि वो आखिरी लोकेशन के जरिए हासिल किया जा सकता है। उस हथियार की भी तलाश जारी है जिससे आफताब ने श्रद्धा के टुकड़े-टुकड़े किए थे। पुलिस ने आफताब के दोस्तों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है।

श्रद्धा के पिता की अपील- आफताब को फांसी होनी चाहिए

श्रद्धा के पिता विकास वाकर ने कहा, "मुझे लगता है कि यह लव जिहाद का मामला है। मेरी अपील है कि आफताब को फांसी दी जानी चाहिए। पिता ने बताया कि श्रद्धा अपने चाचा के काफी करीब थी लेकिन ज्यादा बात नहीं करती थी। उन्होंने कहा कि मैं कभी भी आफताब के संपर्क में नहीं रहा।"
 

आज 4 चौंकाने वाले नए खुलासे

आफताब-श्रद्धा 8 मई को दिल्ली पहुंचे

आफताब-श्रद्धा आठ मई को मुंबई से दिल्ली आए थे। यहां वे पहाड़गंज और फिर साउथ दिल्ली के होटल में रुके थे।

हत्या से पहले जंगल के पास फ्लैट किरए पर लिया था

साउथ दिल्ली के बाद उन्होंने महरौली में जंगल के पास एक फ्लैट लिया। दिल्ली पहुंचने के 10 दिन बाद यानी 18 मई को आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी।

जंगल के पास फ्लैट लेने के आरोप में गिरफ्तारी 

बद्री नाम के व्यक्ति के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। यही वह शख्स है जिसने आफताब को महरौली इलाके में फ्लैट दिलवाया था। पुलिस अब इसकी जांच कर रही है। इसी फ्लैट से आफताब जंगल में शव के टुकड़े फेंकने जाता था।

सोशल मीडिया पर एक्टिव था, हत्या के बाद एक लड़की को फ्लैट पर बुलाया था

पुलिस ने कहा कि आफताब ने जून तक श्रद्धा के जिंदा होने को दिखाने के लिए श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट का इस्तेमाल किया। रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा के मर्डर के बाद आफताब उसी फ्लैट में रहा था। शरीर के अंगों को ठिकाने लगाने के बाद उसने युवती को फ्लैट पर बुलाया। इस दौरान जो टुकड़े बचे थे, उन्हें अलमारी में छिपा दिया गया। दावा किया जा रहा है कि मर्डर के एक महीने बाद आफताब ने एक डेटिंग ऐप के जरिए दूसरी लड़की से संपर्क किया और उसे फ्लैट पर ले आया था।

पुलिस ने मंगलवार को बताया कि जब भी आफताब से मर्डर के बारे में पूछा जाता है तो वह इसका जवाब अंग्रेजी में देता है। ऐसा नहीं है कि उन्हें हिंदी नहीं आती, लेकिन वह अंग्रेजी में ज्यादा सहज हैं। उसने कबूल किया- yes i killed her

श्रद्धा हत्याकांड में अब सवाल यह है कि उसकी हत्या कब की गई? सवाल दो दावों से उपजा है। पहला दावा पुलिस का है, जो कह रही है कि मई में श्रद्धा की हत्या हुई है। एक अन्य दावा दोस्त लक्ष्मण नादर का है, जो कहते हैं कि जुलाई में उनकी श्रद्धा से बातचीत हुई थी।

लक्ष्मण ने सोमवार को दिए एक बयान में ये दावा किया, कि जुलाई में श्रद्धा ने उनसे व्हाट्सएप के जरिए भी संपर्क किया था। श्रद्धा बहुत डरी हुई थी। फिर उसने कहा कि मुझे बचा लो नहीं तो आफताब उसे मार डालेगा।

घटना से पहले आफताब ने अमेरिकी क्राइम शो डेक्सटर समेत कई क्राइम फिल्में और शो देखे थे। सबूत मिटाने के लिए उसने गूगल से खून साफ करने का तरीका भी खोज निकाला था। इसके बाद ही उसने श्रद्धा को मार डाला और आरी से उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए। 18 दिनों तक रोज रात को 2 बजे जंगल में जाकर वो टुकड़े फेंक कर आता था।