हमें सबका साथ, सबके विकास की बात...अपने बयान पर चौतरफा घिरे सुवेंदु अधिकारी..अब कही ये बात


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बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार को एक विवादित बयान दिया। जिसके बाद सुवेंदु अधिकारी अपने ही बयान पर घिरते नजर आए। सियासी माहौल गरमाता देख अब सुवेंदु ने अपने बयान पर सफाई दी है। उनका कहना है कि हमने जो कहा वह जमीनी हकीकत है, खासकर बंगाल में। मेरे बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पार्टी से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

दरअसल पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता नेता सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार को बड़ा बयान दिया और कहा कि आप सब कहते हैं, "हमें सबका साथ, सबके विकास की बात करने की ज़रुरत नहीं, जो हमारे साथ है, हम उसका साथ दें।"

'सबका साथ, सबका विकास कहना बंद करें। अल्पसंख्यक मोर्चे की भी जरूरत नहीं है।

सुवेंदु अधिकारी के इस बयान पर सियासत तेज हो गई है। सियासी माहौल गरमाता देख सुवेंदु अधिकारी ने अपने बयान पर सफाई दी है। 

मीडिया से बातचीत के दौरान सफाई देते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि यह मेरी निजी राय है। इस बयान को पीएम मोदी, पार्टी और केंद्र सरकार के नारों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि हमने जो कहा वह जमीनी हकीकत है, खासकर बंगाल में। चूंकि यह एक राजनीतिक कार्यक्रम था, इसलिए एक जमीनी स्तर के कार्यकर्ता और कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में मैंने वही कहा जो सही था। राज्य में एक भी मुसलमान ने बीजेपी को वोट नहीं दिया। हिंदुओं को जागने की जरूरत है, क्योंकि बंगाल हाथ से निकलता जा रहा है।' ममता बनर्जी के शासन में कई जिलों में जनसांख्यिकी बदल गई है।

उन्होंने कहा कि जब मैं अपने क्षेत्र में जाता हूं, चाहे हिंदू हो या मुस्लिम, सभी को विकास योजनाओं का लाभ दिया जाता है, लेकिन फिर भी कहा जाता है कि बीजेपी 'हिंदू पार्टी' है। हम सभी लोगों के लिए काम करते हैं, हमारी सरकार जो लेकर आई है, वह सभी के लिए लेकर आई है। मैंने जो प्रस्तुत किया है वह मेरा निजी विचार है और सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। चूँकि यह एक राजनीतिक कार्यक्रम था, एक ज़मीनी कार्यकर्ता और राज्य कार्यकारिणी का सदस्य होने के नाते, मैंने वही कहा जो सही था।