भोपाल: डिंडोरी वनमंडल के वन परिक्षेत्र शाहपुर सामान्य अन्तर्गत पदस्थ राजेन्द्र सिंह कुसरे प्रभारी वनपाल की जंगल में लगी आग को बुझाने के दौरान तबीयत बिगड़ने से हुई मौत पर मुख्यालय में पदस्थ सीनियर अधिकारी से लेकर कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग उठने लगी है। मुख्यालय के अधिकारियों को डीएफओ डिंडोरी साहिल गर्ग के रिपोर्ट का इंतजार है।
सूत्रों ने बताया कि डीएफओ डिंडोरी गर्ग ने सोमवार की शाम अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी है। डीएफओ की रिपोर्ट के कुसरे की रविवार को दोपहर एक बजे न्यूरॉन हॉस्पिटल नागपुर (महाराष्ट्र) में इलाज के दौरान निधन हो गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि 1 मई 24 की रात कक्ष कमांक आर एफ 117 बीट बूड़न, परिक्षेत्र सहायक वृत बटौधा में आग लगने की जानकारी प्राप्त हुई जिसके पश्चात परिक्षेत्र सहायक बटौधा राजेन्द्र कुसरे, बृज किशोर मरावी वनपाल, वहीद खान वनरक्षक, सागर मरकाम वनरक्षक एवं अन्य सहयोगी स्टाफ के साथ रात में आग बुझाने हेतु गये थे।
आग बुझाने के दौरान सुबह मौका स्थल पर ही राजेन्द्र सिंह कुसरे की तबियत खराब हो गई, उन्हें सहयोगी स्टाफ के माध्यम से 2 मई 24 को जिला चिकित्सालय डिण्डौरी में भर्ती कराया। जिला चिकित्सालय के डॉक्टर द्वारा बताया गया कि रात भर आग बुझाने के कारण आग के धुए और अंगार की लपटों एवं रात में न सोने की वजह से कुसरे का ब्लड प्रेशर अत्यधिक बढ़ गया। डॉक्टर ने लकवा के लक्षण प्रतीत होने की बात भी कही गई और गंभीर हालत में जबलपुर रेफर कर दिया गया। परिजनों और स्टाफ की मदद से जबलपुर ले जाया गया। यहां के डाक्टर द्वारा लकवा एवं मस्तिष्क में खून का थक्का जमने की जानकारी दी गई और ऑपरेशन करने की बात कही।