हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ से 121 लोगों की मौत के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। भगदड़ की जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। मामले में दायर याचिका पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। याचिका में भगदड़ की जांच की मांग की गई है। इसके अलावा राज्यों को दिशानिर्देश देने को भी कहा गया है।
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट से जांच के लिए एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की देखरेख में पांच सदस्यीय विशेष समिति नियुक्त करने के लिए भी कहा गया है। गौरतलब है कि भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट की कार्यसूची के मुताबिक इस अर्जी पर मुख्य न्यायाधीश जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ के समक्ष सुनवाई होगी।
याचिका में याचिकाकर्ता वकील विशाल तिवारी ने उत्तर प्रदेश सरकार से स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने और लापरवाह अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। यह भी कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट राज्यों को यह भी निर्देश दे कि किसी भी धार्मिक या अन्य आयोजन में जनता की सुरक्षा के लिए राज्यों द्वारा दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।
गौरतलब है कि हाथरस कांड की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मामले में यूपी सरकार ने कुछ अधिकारियों को सस्पेंड भी कर दिया है। सरकार ने मंगलवार को एसडीएम, सीओ और तहसीलदार समेत 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया। एसआईटी ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट यूपी सरकार को सौंप दी।
रिपोर्ट में भगदड़ और 121 लोगों की मौत के लिए आयोजकों को ज़िम्मेदार ठहराया गया। आयोजकों ने 80 हजार की भीड़ जुटाने की अनुमति ली थी, लेकिन सत्संग में 2.5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए। जिससे भगदड़ मच गई। भीड़ जुटने के बाद आयोजकों ने उचित व्यवस्था नहीं की।