देशभर में भारी बारिश, मध्यप्रदेश समेत 17 राज्यों में यलो अलर्ट


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स्टोरी हाइलाइट्स

प्रदेश में पिछले कुछ दिनों लगातार बारिश का दौर जारी है, प्रदेश के 16 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है..!

मानसून जाते-जाते भी अपना असर दिखा रहा है। देशभर के कई राज्यों लगातार भारी बारिश हो रही है। जिसकी वजह से मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश, गुजरात, ओडिशा, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तरप्रदेश , नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और तेलंगाना के कई इलाकों समेत देश के 17 राज्यों में भारी बारिश की संभावना के चलते इन राज्यों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।

बात करें मध्यप्रदेश की तो एमपी में जुलाई के पहले पखवाड़े में ही सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों लगातार बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के 16 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।

मौसम विभाग ने ग्वालियर चंबल संभाग के साथ दतिया, ग्वालियर, गुना, आगर, शाजापुर, झाबुआ, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, मण्डला, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसके चलते आगामी 24 घंटों में प्रदेश भर में भारी से भारी बारिश के आसार हैं। सतना, पन्ना, दमोह, विदिशा, भोपाल, सागर, होशंगाबाद, बैतूल, जबलपुर, नरसिंपुहर में भारी से भारी बारिश हो सकती है। 

मौसम विभाग ने सतना, सागर, होशंगाबाद, दमोह, झाबुआ, रायसेन में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं चार महीनों से लगातार बारिश हो रही है जिससे सोयाबीन की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है, गलती हुई फसल को लेकर किसानों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं।

मौसम विभाग का कहना है, कि आने वाले कुछ दिनों में मौसम का मिजाज़ कुछ इसी तरह का ही रहने वाला है। बारिश के कारण लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत तो मिली है। लेकिन लगातार हो रही बारिश ने त्यौहारी सीज़न के चलते कारोबारियों और आमजनों के लिए परेशानियां भई खड़ी कर दी हैं। तो वहीं किसान भी बारिश के कारण बर्बाद होती अपनी फसल को लेकर परेशान है।

मौसम विभाग की मानें तो इस समय बंगाल की खाड़ी में एक कम दाब का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके चलते प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार अचानक बने इस नये वेदर सिस्टम के चलते वातावरण में नमी बनी हुई है, जिससे कई जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है। कहा जा रहा है, कि 25 सितंबर के बाद से ही मानसून धीरे-धीरे विदाई लेने लगेगा।