जम्मू के कटरा स्थित प्रसिद्ध वैष्णो देवी धाम में लैंड स्लाइड, से भारी नुकसान हुआ है। यह घटना मंगलवार 26 अगस्त दोपहर 3 बजे हुई, जब अर्धकुमारी मंदिर के पास पुराने मार्ग पर चट्टानें गिरने लगीं। इस घटना में अब तक 30 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से ज़्यादातर तीर्थयात्री थे।
प्रशासन का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है, बचाव अभियान अभी भी जारी है। एजेंसियां लगातार राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कई यात्रियों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
इस समय, लगातार बारिश के कारण जम्मू-कश्मीर में हालात बिगड़ गए हैं। जम्मू में भी बारिश के कारण कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, बिजली की लाइनें और मोबाइल टावर प्रभावित हुए हैं। मंगलवार 26 अगस्त को जम्मू में सुबह 11:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक 22 सेंटीमीटर बारिश हुई।
इसके बाद आधी रात के बाद बारिश थोड़ी कम हुई, जिससे लोगों को राहत मिली। हालाँकि, मौसम विभाग ने फिर से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। यात्रा दूसरे दिन भी स्थगित रहेगी।
बुधवार 27 अगस्त सुबह 10 बजे तक के अपडेट में, जम्मू प्रशासन ने बताया है कि मृतकों की संख्या 30 है। इन मृतकों में से 20 लोगों की पहचान हो गई है। मृतकों में मध्य प्रदेश के भीलका खेड़ी निवासी 74 वर्षीय फकीर चंद पिता गौतम गुर्जर और भीलका खेड़ी निवासी 74 वर्षीय रतनबाई पत्नी भगतराम शामिल हैं। इसके साथ ही मलबे से दस शव बरामद किए गए हैं, जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
/sootr/media/post_attachments/0df8c82a-a2e.webp)
वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर राहत कार्य में लगे लोग और टीमें लगातार मलबे में तलाशी अभियान चला रही हैं। भूस्खलन में बचे श्रद्धालुओं की मानें तो उनके साथ यात्रा में शामिल हुए कई लोग अभी भी लापता हैं, जिनके मलबे में दबे होने की आशंका है।