BJP के सीनियर लीडर और केंद्र के साथ मध्यप्रदेश सरकार में लम्बे समय तक मंत्री रहे सरताज सिंह का निधन हो गया। उन्होंने भोपाल में इलाज़ के दौरान अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका अंतिम संस्कार 13 अक्टूबर को किया जाएगा।
सरताज सिंह 5 बार के सांसद और 2 बार के विधायक थे। वे अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे। वे 2008 से 2016 तक मप्र सरकार में मंत्री रहे। भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद सरताज सिंह का परिवार इटारसी आकर बस गया था।
सरताज सिंह 2018 के विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत सीट सिवनी मालवा से टिकट न मिलने पर वे भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे। कांग्रेस ने उन्हें नर्मदापुरम से टिकट दिया था। इस सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और नर्मदापुरम विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने सरताज सिंह को चुनाव हरा दिया था।
विधानसभा चुनाव हारने के बाद वे नर्मदापुरम और प्रदेश की राजनीति में बहुत ज्यादा एक्टिव नहीं रहे थे और उन्होंने बाद में भाजपा में उन्होंने वापसी कर ली थी। उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है