उज्जैन में शुक्रवार से 'रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024' शुरू हो गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दीप प्रज्ज्वलन कर इसका शुभारंभ किया। इसके साथ ही विक्रमोत्सव, उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेला का भी आगाज हो गया। इस मौके पर ख्यातिनाम उद्योगपति और विशिष्टजन मौजूद रहे।
शुभारंभ अवसर पर डॉ मोहन यादव ने कहा, 'मध्यप्रदेश सरकार इस समिट को अलग-अलग क्षेत्रों में जारी रखेगी। उज्जैन से इसकी शुरुआत हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश को देश का नंबर-1 राज्य बनाया जाएगा। आज यहां से उठी मशाल देश और दुनिया में छाएगी।
अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आगे कहा कि कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024, विक्रमोत्सव और उज्जैन व्यापार मेला कार्यक्रम सिर्फ उज्जैन ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण मध्य प्रदेश के सांस्कृतिक इतिहास एवं बढ़ती उन्नति का उत्सव बनेंगे और प्रदेश की आर्थिक एवं आध्यात्मिक प्रगति में मील का पत्थर साबित होंगे।
उन्होंने कहा कि हम सनातन संस्कृति के संवाहक हैं। पूरे विश्व को हमारी संस्कृति ने वसुधैव कुटुम्बकम् का पाठ पढ़ाया। आज से हजारों साल पहले महाकवि कालिदास जी ने भी उज्जैन की महिमा गाई है। उन्होंने दुनिया को अहसास कराया कि उज्जयिनी नगरी स्वर्ग के समान है। यह नगर सात पवित्रतम नगरों में से एक है।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारे गौरवशाली अतीत का यदि कोई महानायक है तो वो सम्राट विक्रमादित्य हैं। सम्राट विक्रमादित्य पराक्रम की पराकाष्ठा थे। काल के प्रवाह में ऐसे जन-नायक को विस्मृत कर दिया गया था, लेकिन आज हम विक्रमोत्सव के माध्यम से सम्राट विक्रमादित्य को याद कर रहे हैं।
कार्यक्रम में CM ने 63 यूनिट का रिमोट के जरिए वर्चुअली भूमिपूजन-लोकार्पण किया। इन यूनिट्स के जरिए 10 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावित है। इनसे 17 हजार रोजगार पैदा होंगे। कॉनक्लेव में अडाणी एंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रणव अडाणी ने कहा, 'अडाणी ग्रुप मध्यप्रदेश में इन्वेस्ट के लिए उत्साहित है। हम यहां 75000 करोड़ का निवेश करेंगे।