भोपाल: मध्यप्रदेश, जो देश में “टाइगर स्टेट” के रूप में प्रसिद्ध है, अब तीन राज्यों- उड़ीसा, राजस्थान और छत्तीसगढ़- को कुल 10 बाघ देने की प्रक्रिया प्रारंभ कर चुका है।
मप्र के मुख्य वन्यजीव संरक्षक (PCCF-Wildlife) शुभरंजन सेन ने इन तीनों राज्यों के समकक्ष अधिकारियों को पत्र भेजकर सूचित किया है कि कान्हा, बांधवगढ़ एवं पेंच टाइगर रिजर्व से बाघों का स्थानांतरण किया जाएगा। इसके पूर्व उन राज्यों को बाड़ा निर्माण, ट्रैकिंग उपकरण, रेडियो कॉलर मॉनिटरिंग आदि आवश्यक तैयारियाँ पूर्ण करनी होंगी।
बाघों का वितरण इस प्रकार होगा
राजस्थान : रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में 3 मादा तथा मुकुन्द्रा हिल्स में 1 मादा — कुल 4 बाघ।
उड़ीसा : देबरीगढ़ अभयारण्य में 1 नर एवं 2 मादा — कुल 3 बाघ।
छत्तीसगढ़ : 1 मादा एवं 2 नर — कुल 3 बाघ।
इस प्रकार मध्यप्रदेश कुल 2 नर और 8 मादा बाघ अन्य राज्यों को देगा।
वन्यप्राणियों का परस्पर आदान-प्रदान
मप्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि बाघों के स्थानांतरण के पूर्व इन तीनों राज्यों से ऐसे वन्यप्राणियों के एक्सचेंज की सहमति ली जाएगी, जिनकी उपस्थिति मप्र के वनों में अपेक्षाकृत कम है। सहमति मिलने पर ही बाघों का ट्रांसलोकेशन किया जाएगा।
यह पहल न केवल जैव विविधता के संतुलन की दिशा में एक अभिनव प्रयोग है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में अंतरराज्यीय सहयोग की मिसाल भी स्थापित करेगी।
डॉ. नवीन आनंद जोशी