भोपाल। राज्य सरकार ने राजस्व विभाग के अंतर्गत अधीक्षक भू-अभिलेख संवर्ग के 144 पद एवं तहसीलदार संवर्ग के 610 पद मर्ज कर दिये हैं जिससे अब अधीक्षक भू-अभिलेख भी तहसीलदार हो गये हैं और तहसीलदार के कुल 754 पद हो गये हैं तथा अब अधीक्षकों (नवीन पद तहसीलदार) को वरिष्ठता के आधार पर डिप्टी कलेक्टर के पद पर तब तक पदोन्नत किया जायेगा जब तक कि यह संवर्ग पदोन्नति या सेवानिवृत्ति या अन्य कारणों से खत्म नहीं हो जाता है।
इसी प्रकार, तहसीलदार बने अधीक्षक भू-अभिलेख के पदों पर केवल नायब तहसीलदारों के रुप में पदस्थ सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख को ही पदोन्नत किया जायेगा और दोनों संवर्ग यानि अधीक्षक एवं सहायक अधीक्षक के पद तब तक बने रहेंगे जब तक कि पदोन्नति या सेवानिवृत्ति से ये खत्म नहीं हो जाते हैं। समायोजन उपरान्त अधीक्षक भू-अभिलेख संवर्ग के पद अस्तित्व में रहने तक अधीक्षक भू-अभिलेख एवं तहसीलदार संवर्ग की पृथक-पृथक पदक्रम सूची पूर्व की भांति जारी की जायेगी।
इसी प्रकार, राज्य शासन ने सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख के 282 पद एवं नायब तहसीलदार के 1242 पद मर्ज कर दिये हैं और अब सहायक अधीक्षक भी नायब तहसीलदार कहलायेंगे तथा इस प्रकार नायब तहसीलदार के कुल पद 1542 हो गये हैं। नायब तहसीलदार बने सहायक अधीक्षकों को ही अब अधीक्षक भू-अभिलेख के पदों पर पदोन्नति दी जायेगी।
इसके अलावा, अब सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख के सीधी भर्ती के स्वीकृत पदों पर अब कोई नवीन भर्ती आयोजित नहीं की जायेगी और आगे से नायब तहसीलदार के पदों पर ही भर्ती की जायेगी। राजस्व निरीक्षक भी निर्धारित प्रतिशत के अनुसार सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख के पदों पर पदोन्नत हो सकेंगे। भविष्य में सभी राजस्व निरीक्षक मर्ज हुये कुल नायब तहसीलदार के पदों पर पदोन्नत किये जायेंगे।