मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर नई दिल्ली और आंध्र प्रदेश के बाद भोपाल में ऐतिहासिक नाटक की प्रस्तुति से प्रदेश के सांस्कृतिक जगत में एक कीर्तिमान और विशेष आयाम दर्ज हो गया। जब मंचन के दौरान पारंपरिक मंच पर कलाकारों की अद्भुत अभिनय प्रस्तुति के साथ अद्वितीय शौर्य क्षमता के प्रतीक अश्व धारी अपने अश्व दल और सशस्त्र सैनिक मंच के सम्मुख कदमताल और तेज रफ्तार से गुजर रहे थे तो देखने वाले हतप्रभ रह गए।
70 वें मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर लाल परेड ग्राउंड भोपाल में संस्कृति विभाग, विक्रमादित्य पीठ और अशासकीय कला संस्था के सैकड़ों कलाकारों ने शानदार अभिनय, बेजोड़ मंच सज्जा, परिधान, प्रकाश संयोजन से इतिहास के अध्याय को जीवंत रूप से प्रदर्शित कर दिखाया।
आज के महानाट्य मंचन में संजय मालवीय, नरेश शर्मा, राजेश सिंह और अन्य कलाकारों ने निरंतर अभ्यास के फलस्वरूप सम्राट विक्रमादित्य के जीवन और शासन की बेमिसाल पेशकश से प्रभावित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समस्त कलाकार दल को बधाई दी।
पुराण डेस्क