भोपाल: प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों के उपचार हेतु विशेष बाड़ा बनेगा। भोपाल स्थित वन्यप्राणी शाखा की राज्य स्तरीय एलीफेन्ट एडवाईजरी कमेटी ने रिजर्व के फील्ड डायोरेक्टर से इसके लिये व्यय राशि का एस्टीमेट मांगा है।
कमेटी की हाल में सम्पन्न बैठक में वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक जबलपुर डॉ एबी श्रीवास्तव द्वारा सुझाव दिया गया था कि जंगली हाथियों के रखरखाव हेतु विशेष वेटरीनरी केयर फेसिलिटी बाड़ा जो 0.5-1 हेक्टेयर क्षेत्रफल का हो और इसमें हाथियों के उपचार हेतु विशेष क्राल/ट्रेविस यानि बाड़ा का निर्माण बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान में किया जाना आवश्यक है।
समिति के अध्यक्ष एपीपीसीएफ वाईल्ड लाईफ एल कृष्णमूर्ति द्वारा उक्त कार्य क्षेत्र संचालक बांधवगढ टाईगर रिजर्व को जंगली हाथी के रखरखाव हेतु विशेष बाड़े के निर्माण में व्यय राशि का प्रस्ताव भेजने हेतु निर्देश दिये गये।
डॉ श्रीवास्तव द्वारा यह भी सुझाव दिया गया कि जंगली हाथियों के पकडऩे एवं रखरखाव हेतु पेडेड चैन का उपयोग किया जाये, जिससे हाथियों के पैर में चैन के द्वारा होने वाले चोटों को कम किया जा सके।
बांधवगढ टाईगर रिजर्व के वन्यप्राणी चिकित्सक राजेश तोमर द्वारा बैठक में चर्चा के दौरान अवगत कराया गया कि संजय टाइगर रिजर्व सीधी से माह मई- 2025 में 3 जनहानि करने वाले हाथी को पकड़ा गया था। हाथी को पकड़ते समय पालतू हाथी के नुकीले दांत यानि टस्क, जंगली हाथी की गर्दन एवं कंधे में घुस गये थे, जिसके कारण हाथी घायल अवस्था में उपचार हेतु बांधवगढ टाईगर रिजर्व के अंतर्गत क्राल के अंदर रखकर उसका उपचार किया जा रहा था। हाथी के घावों ठीक न हो पाने के कारण उक्त हाथी की 22 जुलाई 2025 को मृत्यु हो गई थी।