प्रोजेक्ट करोड़ों का, टोकन मनी में सिर्फ 100 रुपए मंत्रियों, एमएलए की डिमांड पर सड़क-पुल, भवनों के होंगे 500 काम


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स्टोरी हाइलाइट्स

मप्र की भाजपा सरकार पब्लिक की डिमांड पर नहीं, लेकिन नेताओं, विधायक, मंत्रियों और भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधियों के डिमांड को जरूर पूरा करती है..!!

भोपाल: मप्र सरकार ने एमएलए, मंत्रियों और राजनेताओं की डिमांड पर करोड़ों के काम कराने प्रोजेक्ट तो तैयार किए हैं, लेकिन फंड देने के नाम पर टोकन मनी के रूप में हर काम के लिए सिर्फ 100 रुपए ही रखे हैं। यह हम नहीं, बल्कि विधानसभा से मंजूर द्वितीय अनुपूरक बजट में इसका लेखा-जोखा दिया गया है। वैसे ये सभी 500 से अधिक कामों के लिए मुख्य बजट में प्रावधान किया जाएगा, पर अभी सिर्फ ये घोषणाएं हैं। 

मप्र की भाजपा सरकार पब्लिक की डिमांड पर नहीं, लेकिन नेताओं, विधायक, मंत्रियों और भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधियों के डिमांड को जरूर पूरा करती है। खासकर मप्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा द्वारा पेश किए गए 13 हजार 476 करोड़ के द्वितीय अनुपूरक अनुमान जिसे सदन से मंजूरी भी दे दी गई है, उसमें पीडब्ल्यूडी से जुडेÞ 500 से अधिक प्रोजेक्ट शामिल किए गए हैं। सड़क, पुल-पुलिया, भवन, आरओबी, फ्लाइओवर आदि के इन प्रोजेक्ट के लिए बजट मंजूर किया जाए तो 25 हजार करोड़ से अधिक का भार सरकार पर आएगा, लेकिन सरकार ने द्वितीय अनुपूरक में नेताओं की डिमांड वाले प्रोजेक्ट तो शामिल किए हैं, हालांकि उनके लिए अभी पैसे की व्यवस्था नहीं की है। 

ये कुछ महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट

 -अशोकनगर बायपास व्हाया-गुना स्टेट हाइवे-20, लागत 100 करोड़, प्रावधान किया सिर्फ 100 रुपए। 

-कांजीपुरा-तराना टू-लेन, लागत 168.89 करोड़, बजट में फंड रखा 100 रुपए। 

-सुरजनपुर केनाल से मिरघान मार्ग कॉलेज रोड 46 किमी, लागत 143.83 करोड़, राशि सिर्फ 100 रुपए। 

-रीवा शहर में वाराणसी नागपुर मार्ग के कॉलेज चौराहे पर फ्लाईओवर, लागत 165.88 करोड़। 

-जबलपुर शहर में ग्रेनेडियर चौक से सार्इं मंदिर शाह नाला फ्लाई ओवर, लागत 349.54 करोड़। 

-उज्जैन में निकास चौराहे से इंदौर- गेट तक टू-लेन फ्लाईओवर, लागत 150 करोड़ रुपए। 

-उज्जैन में ही चिमनमंडी चौराहा से इंदौर गेट तक फोर-लेन, लागत 750 करोड़ रुपए, फंड में100 रुपए। 

-भोपाल में ज्यूडिशियल एकादमी तिराहे से अकादमी तक फोरलेन, लगात 50 करोड़ रुपए। 

-मंदसौर में आवरा से आवरी के बीच पुल-पुलिया निर्माण, लागत 262 करोड़ रुपए, प्रावधान 100 रुपए। 

-दमोह-पथरिया बायपास फोरलेन गढ़ाकोटा तक लागत 195.50 करोड़, राशि रखी 100 रुपए। 

-डिंडौरी में नर्मदा पुल के मूसरघाट-शहडोल को जोड़ने मार्ग, लागत 145 करोड़, प्रावधान 100 रुपए। 

-दिमनी नहर मार्ग 148 करोड़, नगरा से सूरजनगर 160 करोड़, ग्वालियर एयरपोर्ट पर फोरलेन120 करोड़। 

-परसौना से माढ़ा मार्ग फोरलेन लागत 145 करोड़ एवं परसौना से बरगवां फोरलेन 139 करोड़ में बनेगा। 

छोटे कामों की भी यही स्थिति

भीकनगांव-झिरन्या मार्ग पर पुल 37.50 करोड़, जयसिंहनगर ओदारी नदी पर पुल निर्माण 13.88 करोड़, उमरिया में बल्हौंड से अमिलिहा मार्ग पर सोन नदी पर पुल का निर्माण 44.77 करोड़, ग्राम बिजौरी से भमरहा सोन नदी पर पुल 31.65 करोड़, नौढ़िया से प्रहलाद के मध्य ओड्डा नदी पर पुल 4 करोड़, उज्जैन के रामगढ़-बिहारिया मार्ग पर नारायण धाम को जोड़ने पुल का निर्माण 21.50 करोड़, पठारी से हनोता होकर विसरई पुल का निर्माण 18.50 करोड़, डबरा नरवर हाइवे पर मगरौली सिंध नदी पर पुल का निर्माण 40 करोड़ रुपए से कराया जाना है। इसी तरह सांची में सर्किट हाउस का निर्माण 8 करोड़, वीरसिंहपुर में विश्राम गृह में 2 कमरों का निर्माण सवा करोड़, नीमच के रामपुरा में रेस्ट हाउस निर्माण 2.65 करोड़ तथा उन्हेल में विश्राम गृह का निर्माण 4.15 करोड़ की लागत से होगा। श्योपुर में एमपी-राजस्थान सीमा पर ग्राम पंवाड़ा और ग्राम शनावाड़ा में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण 64 करोड़ से कराया जाएगा। ऐसे करीब 500 से अधिक कामों के लिए सरकार ने द्वितीय अनुपूरक बजट में सिर्फ 100-100 रुपए का प्रावधान किया है। 

इनके लिए रखा भरपूर पैसा

स्थानीय पंचायतों में अनुदान के लिए 398 करोड़, 15 वें वित्त आयोग से पंचायतों के जरिए स्थानीय निकायों के लिए 597 करोड़, एनवीडीए के अधीन बरगी नहर प्रत्यावर्तन परियोजना के लिए 100 करोड़, इंदिरा सागर डैम के लिए 56.46 करोड़, स्मार्ट पीडीएस योजना के लिए 104 करोड़, उपार्जन संस्थाओं को ऋण तथा अग्रिम भुगतान के लिए 2 हजार करोड़, एमएसएमई के तहत रेजिंग एंड एक्सलेरेटिंग परफारमेंस (रेम्प) परियोजना में सहायक अनुदान देने 16.36 करोड़ का प्रावधान किया गया है।