ऑपरेशन सिंदूर पर राष्ट्र को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी मंगलवार 13 मई की सुबह आदमपुर एयरबेस पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भारतीय वायुसेना के जवानों से मुलाकात की और ताजा घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली। पीएम मोदी ने वायुसेना के जवानों से मुलाकात की और उनका मनोबल बढ़ाने का काम किया। इस दौरान पीएम सेना के जवानों से बात करते भी नजर आए। जवानों ने उन्हें ब्रीफिंग दी और वीर जवानों से बात करके वे खुश नजर आए।
पीएम मोदी का आदमपुर एयरबेस का दौरा न सिर्फ जवानों का मनोबल बढ़ाने वाला कदम है, बल्कि इसे भारत की सैन्य तैयारियों और रणनीतिक संकल्प का प्रतीक भी माना जा रहा है। ये वही एयरबेस है जहां से सेना ने पाकिस्तान को धूल चटाई।
पीएम ने वायुसेना के जवानों से भी बातचीत की और उनकी बहादुरी की प्रशंसा की। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर हाल ही में हुए तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर यह दौरा खास तौर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आदमपुर एयरबेस बेहद खास है। भारत का गौरव आदमपुर एयरबेस भारत का दूसरा सबसे बड़ा वायुसेना बेस है।
यह हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव का केंद्र रहा है। 10 मई को पाकिस्तान की ओर से इस एयरबेस पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए थे, जिसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए थे।
भारतीय अधिकारियों ने दावा किया है कि आदमपुर स्थित एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित है और उन्होंने पाकिस्तान के दावों को खारिज करते हुए इसे "दुष्प्रचार अभियान" बताया है।
पीएम मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब 10 मई को दोनों देशों ने तत्काल युद्ध विराम पर सहमति जताई थी। इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच पीएम मोदी का आदमपुर दौरा स्थिति पर पकड़ बनाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, आदमपुर एयरबेस पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री को वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने हाल ही में हुए हमलों और ऑपरेशन सिंदूर के परिणामों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि आदमपुर, उधमपुर, पठानकोट और भुज जैसे वायुसेना के ठिकानों पर पाकिस्तानी हमलों से सीमित नुकसान हुआ, लेकिन बदले में भारत ने पाकिस्तान के नूर खान, रहीम यार खान और अन्य सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया।