मध्य प्रदेश की मोहन सरकार लगातार विरासत से विकास को संवारने का काम कर रही है। इसी कड़ी में प्रदेश की मोहन सरकार की कैबिनेट बैठक हाल ही में देवी अहिल्या बाई होल्हर के 300 वें जयंती वर्ष के सम्मान में इंदौर के राजवाड़ा में हुई। यह बैठक राजवाड़ा के गणेश हॉल में हुई। जहां सीएम और मंत्री पारंपरिक तरीके से चटाई पर बैठे और पारंपरिक परिधान में नज़र आए।
कैबिनेट बैठक की खास बात ये रही कि होलकर महाराज के दरबार की तर्ज पर मुख्यमंत्री मोहन यादव और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने मालवी पगड़ी पहन कुर्सियों पर नहीं बल्की गादी और तख्त पर बैठकर प्रदेश के विकास व जनहित मुद्दों पर निर्णय लिए। बैठक में मोहन सरकार ने कई अहम फैसले भी लिए।
अब इंदौर के बाद आदिवासी राजा भभूत सिंह के सम्मान में पचमढ़ी में मध्य प्रदेश सरकार की डेस्टिनेशन कैबिनेट 3 जून को पचमढ़ी में होने जा रही है।
इसमें राज्य सरकार के सभी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। मीटिंग के आयोजन के लिए जिला प्रशासन ने अब तक ओल्ड होटल के सामने मैदान समेत कई होटल, रिसॉर्ट देखे हैं। इनमें से किसी एक जगह का चयन किया जाना है।
बैठक में भाग लेने वाले मंत्री और अधिकारी 2 जून से पहुंचना शुरू हो जाएंगे। इसलिए उनके ठहरने और खाने की व्यवस्था के लिए होटल और रिसॉर्ट भी देखे जा रहे हैं। बैठक का स्थान एक-दो दिन में तय हो जाएगा।
आपको बता दें, कि मोहन सरकार पहले भी डेस्टिनेशन कैबिनेट कर चुकी है। सबसे पहले पहली डेस्टिनेशन कैबिनेट 3 जनवरी 2024 को रानी दुर्गावती की स्मृति में जबलपुर के भेड़ाघाट के पास हुई थी। दूसरी 5 अक्टूबर 2024 को रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पर उनके गांव सिंग्रामपुर में हुई थी। वहीं तीसरी कैबिनेट बैठक 24 जनवरी 2025 को पर्यटन नगरी महेश्वर में हुई थी। आपको बता दें कि मोहन सरकार में 37 और डेस्टिनेशन कैबिनेट मीटिंग होंगी।